कुरुक्षेत्र, 11 सितंबर केंद्र सरकार द्वारा जारी कृषि अध्यादेशों के खिलाफ हो रहे किसानों के प्रदर्शन के दौरान पुलिस के साथ हुए संघर्ष के एक दिन बाद हरियाणा पुलिस ने शुक्रवार को राज्य बीकेयू प्रमुख गुरनाम सिंह चारुनी और 300 अज्ञात लोगों के खिलाफ सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और निषेधात्मक आदेशों का उल्लंघन करने का मामला दर्ज किया।
भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) और अन्य कृषि निकायों के सदस्यों ने कुरुक्षेत्र के पिपली में एक राष्ट्रीय राजमार्ग को अवरुद्ध कर दिया था और केंद्र सरकार द्वारा जारी तीन कृषि अध्यादेशों को कृषि विरोधी बताते हुए विरोध प्रदर्शन करते हुए पुलिस से भिड़ गए थे।
यह भी पढ़े | Swami Agnivesh Died: स्वामी अग्निवेश का 80 साल की उम्र में निधन, ILBS अस्पताल में ली आखिरी सांस.
शाहबाद क्षेत्र से आ रहे किसानों को प्रदर्शन स्थल से रोकने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज का सहारा लिया। जिसके बाद प्रदर्शनकारी किसानों ने एक दमकल वाहन की खिड़की के शीशे तोड़ दिए और पुलिस पर पथराव किया।
थानेसर के सदर पुलिस थाने में तीन अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गईं।
थाना प्रभारी नरेश कुमार ने कहा, ‘‘गैरकानूनी जमावड़े, सार्वजनिक संपत्ति को क्षति पहुंचाने और सरकारी कर्मचारियों को अपना काम करने से रोकने के लिए गुरनाम सिंह चारुनी और कई अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।’’
प्राथमिकी में राष्ट्रीय राजमार्ग अधिनियम और आपदा प्रबंधन अधिनियम के उल्लंघन के आरोप भी शामिल हैं।
इस बीच, शाहबाद मारकंडा पुलिस ने 300 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किए।
थाना प्रभारी देविंदर कुमार ने कहा कि प्राथमिकी में हत्या के प्रयास का आरोप भी शामिल है।
कुरुक्षेत्र प्रशासन ने कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर किसान निकायों के विरोध प्रदर्शन के आह्वान के बाद निषेधाज्ञा लागू की थी।
हालांकि, प्रतिबंध आदेशों को धता बताते हुए बड़ी संख्या में बीकेयू और अन्य संगठनों से जुड़े किसान पिपली पहुंचे थे ।
कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और राज्य पार्टी प्रमुख कुमारी शैलजा सहित शीर्ष राज्य कांग्रेस नेताओं ने शुक्रवार को किसानों के साथ एकजुटता व्यक्त की।
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)