North Korea: किम जोंग की परमाणु सनक, बड़ी मात्रा में न्यूक्लियर हथियार तेजी से बनाने का दिया आदेश
kim jong (Photo Credit : Twitter)

उत्तर कोरिया ने पिछले साल रिकॉर्ड संख्या में मिसाइलों का परीक्षण किया. किम जोंग (Kim Jong) कई बार यह संकल्प ले चुके हैं कि वे ‘अमेरिका की दुश्मनी’ से निपटने के लिए मुल्क के शस्त्रगार की गुणवत्ता और क्षमता दोनों को बढ़ाएंगे. कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि किम जोंग का अधिक परमाणु और नई हथियार प्रणालियों का उत्पादन पर जोर भविष्य में होने वाली वार्ताओं में उनकी स्थिति को मजबूत करने के लिए है. उत्तर कोरिया के अमेरिका साथ रिश्ते लंबे समय से तनावग्रस्त हैं. सरकारी समाचार एजेंसी ‘कोरियन सेंट्रल न्यूज़ एजेंसी’ (केसीएनए) के मुताबिक, किम ने हाल में सत्तारूढ़ पार्टी की बैठक में कहा था कि ‘‘वे मानव इतिहास में अप्रत्याशित तौर पर उत्तर कोरिया को अलग थलग करने और दबाने पर लगे हुए हैं.’’ उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात को देखते हुए सैन्य ताकत को मजबूत करने के लिए दोगुने प्रयास करने की जरूरत है जो उत्तर कोरिया की संप्रभुता, सुरक्षा और मौलिक हितों की सुरक्षा की गारंटी है.

किम जोंग ने आरोप लगाया कि दक्षिण कोरिया "अविवेकपूर्ण तरीके से खतरनाक हथियारों के निर्माण” पर तुला हुआ है और उत्तर कोरिया के साथ खुले तौर पर युद्ध की तैयारी का ढिंढोरा पीट रहा है. केसीएनसी के मुताबिक, किम जोंग ने कहा है कि परमाणु हथियारों का बड़े पैमाने पर उत्पादन करने की जरूरत है. उन्होंने ‘देश के परमाणु शस्त्रागार में तेज़ी से वृद्धि’ करने का आदेश भी दिया. केसीएनए ने कहा कि किम ने एक अन्य अंतरमहाद्विपीय बैलिस्टिक मिसाइल प्रणाली विकसित करने का निर्देश दिया है, जिसका मकसद तेज़ी से जवाबी परमाणु हमला करना है. किम जोंग ने अमेरिका पर आरोप लगाया कि वह दक्षिण कोरिया में परमाणु हमले के लिए हथियार तैनात कर रहा है और नाटो जैसा क्षेत्रीय सैन्य संगठन स्थापित करने की कोशिश में है. किम जोंग ने यह भी कहा कि उत्तर कोरिया जल्द से जल्द अपना पहला सैन्य टोही उपग्रह भी प्रक्षेपित करेगा तथा इस बाबत तैयारी अपने अंतिम चरण में हैं.

अमेरिका में कैलिफोर्निया स्थित सुरक्षा ‘आरएएनडी’ में सुरक्षा विशेषज्ञ सू किम ने कहा कि पार्टी की बैठक से किम जोंग की टिप्पणियां नव वर्ष के महत्वाकांक्षी संकल्प लगते हैं लेकिन उन्हें साकार करना मुश्किल है. पिछले महीने उत्तर कोरिया ने कई अहम परीक्षण किए थे जो नए रणनीतिक हथियारों के विकास के लिए जरूरी हैं. ‘कार्नेगी एंडोमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस’ में विशेषज्ञ अंकित पांडा ने कहा कि उपग्रह का प्रक्षेपण अप्रैल में हो सकता है. किम जोंग के दिवंगत पिता और देश के संस्थापक की जयंती 15 अप्रैल को पड़ती है जिसे उत्तर कोरिया में धूम धाम से मनाया जाता है. केसीएनए ने कहा कि पार्टी बैठक में किम जोंग की रिपोर्ट ने साफ किया है कि देश के परमाणु हथियारों का पहला मिशन जंग रोकना है और शांति को सुनिश्चित करना है. उसके मुताबिक, अगर यह युद्ध रोकने में नाकाम रहते हैं तो “इनका दूसरा मिशन रक्षात्मक नहीं होगा.” उत्तर कोरिया की ओर से बढ़ते खतरों की वजह से अमेरिका और दक्षिण कोरिया ने अपने सैन्य अभ्यासों की संख्या में इज़ाफा किया है और त्रिपक्षीय सुरक्षा सहयोग को मज़बूत किया जिसमें जापान भी शामिल है.

दक्षिण कोरिया की सेना ने कहा है कि रविवार तड़के उत्तर कोरिया ने मध्य क्षेत्र में मिसाइल परीक्षण किया. ‘ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ’ ने एक बयान में कहा कि मिसाइल करीब 400 किलोमीटर की दूरी तक गई और फिर कोरियाई प्रायद्वीप तथा जापान के बीच जल क्षेत्र में गिर गई. बयान में इस प्रक्षेपण को ‘गंभीर उकसावे वाला कदम’ बताया गया है, जो कोरियाई प्रायद्वीप की शांति और सुरक्षा को नुकसान पहुंचा सकता है. उसमें यह भी कहा गया है कि दक्षिण कोरिया उकसावे भरी किसी भी हरकत से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है. उत्तर कोरिया ने पिछले साल 70 से ज्यादा मिसाइलों का परीक्षण किया है. उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया ने रविवार को पुष्टि की कि उसके देश ने ‘सुपर-लार्ज मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर’ का परीक्षण किया है और यह हथियार की क्षमता को आंकने के लिए किया गया है. केसीएनए ने कहा कि शनिवार को तीन गोले दागे गए जो देश के पूर्वी हिस्से के अपटतीय क्षेत्र में स्थित एक द्वीप में लक्ष्य पर जाकर लगे. उसने कहा कि उत्तर कोरिया ने रविवार को अपने पूर्वी जल क्षेत्र की ओर एक और गोला दागा.