
वायनाड (केरल), 3 अगस्त : केरल में भूस्खलन से तबाह हुए गांवों में मलबे के नीचे फंसे लोगों का पता लगाने के लिए प्रभावित इलाकों में गहराई तक खोज करने में सक्षम रडार तैनात किए जाएंगे . एक रक्षा जनसंपर्क अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी.
केरल सरकार ने प्रभावित इलाकों में उन्नत रडार उपकरणों को तैनात करने का अनुरोध किया है, जिसमें एक जेवर रडार और चार रीको रडार शामिल हैं. इन्हें उनके संचालकों के साथ भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के विमान से दिल्ली से लाया जाएगा. केरल में भूस्खलन प्रभावित वायनाड के मुंडक्कई क्षेत्र और चलियार नदी के किनारे बसे प्रभावित गांवों में इस समय बड़े पैमाने पर तलाश एवं बचाव अभियान चलाया जा रहा है. इसी क्षेत्र से कई लोगों के शव बरामद किए गए हैं. यह भी पढ़ें : केरल भूस्खलन : वायनाड प्रशासन ने 215 लोगों की मौत की पुष्टि की
सशस्त्र बलों, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपातकालीन कर्मियों की विशेषज्ञ टीमें बचाव अभियान में शामिल हैं. वह युद्धस्तर पर खोज अभियान संचालित कर रहे हैं. भूस्खलन प्रभावित क्षेत्रों में रडार तैनात किए जाने से बचाव कार्यों में तेजी आएगी और मलबे के नीचे फंसे व्यक्तियों का पता लगाने में मदद मिल सकती है.