कोट्टयम (केरल), 23 दिसंबर केरल में प्रमुख वामपंथी सहयोगी दल केरल कांग्रेस (एम) के नेता सोमवार को मुख्यमंत्री पिनराई विजयन से मुलाकात कर वन (संशोधन) विधेयक 2024 के कुछ प्रमुख प्रावधानों के खिलाफ अपनी असहमति व्यक्त करेंगे।
पार्टी सूत्रों ने बताया कि केसी(एम) के अध्यक्ष व सांसद जोस के. मणि अपनी पार्टी के विधायकों के साथ मुख्यमंत्री से मुलाकात कर विधेयक के कुछ प्रावधानों की समीक्षा की मांग करेंगे। विधेयक के कुछ प्रावधानों को किसानों और वन क्षेत्रों के अंतर्गत रहने वाले लोगों के खिलाफ बताया गया हैं।
हालांकि, सूत्रों ने बताया कि विजयन के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में पार्टी के प्रतिनिधि एवं जल संसाधन मंत्री रोशी ऑगस्टीन अपने आधिकारिक कार्यों के सिलसिले में इडुक्की में ही रहेंगे।
केरल वन अधिनियम 1961 को संशोधित करने के मकसद से लाए जा रहे केरल वन (संशोधन) विधेयक, 2024 की केसी(एम) के कुछ समर्थक किसानों ने आलोचना की है।
केसी(एम) सूत्रों के अनुसार, पार्टी नेतृत्व का मानना है कि विधेयक को वर्तमान स्वरूप में लागू करने से मध्य केरल में उसका समर्थन आधार घट सकता है।
प्रस्तावित संशोधन के मसौदे में वन अधिकारियों को किसानों को गिरफ्तार करने के लिए कथित तौर पर अनियंत्रित शक्तियां प्रदान करने का प्रावधान शामिल है, जिससे प्रभावित समुदायों के बीच चिंताएं बढ़ गई हैं।
सूत्रों के अनुसार, यह बैठक केसी(एम) के लिए एक नाजुक समय पर हो रही है। पार्टी सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चा (एलडीएफ) के साथ गठबंधन को लेकर कार्यकर्ताओं के बीच बढ़ते मतभेद और आंतरिक असंतोष से जूझ रही है।
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