नयी दिल्ली, 5 जून : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने रविवार को दावा किया कि कश्मीर में लक्षित रूप से की जा रही हत्या की घटनाओं के कारण कश्मीरी पंडित घाटी छोड़कर जाने को मजबूर हो रहे हैं. केजरीवाल ने केंद्र से इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए कार्य योजना पेश करने की मांग की. उन्होंने दिल्ली के जंतर मंतर पर आम आदमी पार्टी (आप) की ‘जन आक्रोश रैली’ को संबोधित करते हुए पाकिस्तान पर भी निशाना साधा और उस पर कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों को समर्थन देने का आरोप लगाया. केजरीवाल ने कश्मीर में लक्षित रूप से की जा रहीं हत्याओं के खिलाफ आयोजित रैली में कहा, ‘‘मैं पाकिस्तान से कहना चाहता हूं कि वह तुच्छ हथकंडे अपनाना बंद करे. कश्मीर हमेशा भारत का हिस्सा रहेगा.’’
उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडितों को अपने घर छोड़कर जाने के लिए ‘‘मजबूर किया’’ जा रहा है. उन्होंने कहा कि 1990 के दशक में जो हुआ था, वही दोबारा हो रहा है. ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक ने रैली में कहा, ‘‘भाजपा कश्मीर को नहीं संभाल सकती. उन्हें केवल राजनीति करनी आती है. कृपया कश्मीर को लेकर राजनीति मत कीजिए.’’ उन्होंने भाजपा नीत केंद्र सरकार के समक्ष चार मांगें भी रखीं. केजरीवाल ने कहा कि केंद्र को आमजन को बताना चाहिए कि कश्मीर में स्थिति से निपटने के लिए उसकी क्या योजना है. यह भी पढ़ें : भाजपा सर्वधर्म समभाव को मानती है, किसी भी धर्म का अपमान स्वीकार नहीं: पार्टी
उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडितों के साथ हस्ताक्षरित वे प्रतिज्ञा पत्र रद्द किए जाएं, जिनमें कहा गया है कि वे कश्मीर के बाहर काम नहीं कर सकते और उनकी सभी मांगें पूरी की जाएं तथा उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई जाए. कश्मीर में आतंकवादी समूहों, खासकर लश्कर-ए-तैयबा ने हाल में लक्षित रूप से आठ लोगों की हत्या की है, जिनमें गैर मुसलमान, सुरक्षाकर्मी, एक कलाकार और स्थानीय आम नागरिक शामिल हैं.