Jammu and Kashmir: माता वैष्णो देवी की यात्रा बारिश के चलते रातभर रुके रहने के बाद फिर से आरंभ
माता वैष्णो देवी मंदिर (Photo Credits: ANI)

जम्मू, 20 अगस्त : जम्मू-कश्मीर के रियासी जिले में त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित माता वैष्णो देवी के प्रसिद्ध मंदिर की यात्रा भारी बारिश के कारण रात भर अस्थायी रूप से रुकी रहने के बाद शनिवार सुबह फिर से शुरू हो गई. अधिकारियों ने यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि यात्रा के आधार शिविर कटरा के दर्शनी डोडी से सुबह करीब साढ़े छह बजे 1,500 से अधिक श्रद्धालुओं को पुराने मार्ग से यात्रा शुरू करने की अनुमति दी गई. उन्होंने बताया कि बहरहाल नए मार्ग के नाम से जाना जाने वाला हिमकोटि (बैटरी कार) मार्ग अब भी बंद है और वहां रास्ता साफ करने का काम चालू है. इसके अलावा खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर सेवाएं भी निलंबित हैं. त्रिकुटा पहाड़ियों पर भारी बारिश के बाद शुक्रवार शाम को यात्रा अस्थायी रूप से निलंबित कर दी गई थी. भारी बारिश शाम करीब छह बजे शुरू होकर आधी रात तक जारी रही. जब बारिश आरंभ हुई, उस समय हजारों तीर्थयात्री तीर्थस्थल पर मौजूद थे.

सोशल मीडिया पर साझा किए गए कई वीडियो में वैष्णो देवी मार्ग पर बाढ़ जैसे हालात नजर आ रहे हैं. श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंशुल गर्ग ने बताया कि भारी बारिश के कारण किसी के हताहत होने या किसी प्रकार का नुकसान होने की कोई खबर नहीं मिली है. मध्य प्रदेश निवासी कुमार योगेश ने यात्रा के लिए पंक्ति में इंतजार करते समय कहा, ‘‘हम अपने तय कार्यक्रम के अनुसार पहुंच गए हैं और मंदिर में दर्शन करने का उत्सुकता से इंतजार कर रहे हैं.’’ दिल्ली निवासी रीता (45) ने कहा कि उन्होंने मंदिर में भारी बारिश के बारे में सुना था, लेकिन इसके बावजूद वह ‘माता के बुलावे’ पर यहां आईं. उन्होंने कहा, ‘‘हम जल्द ही भवन के लिए रवाना होकर उनका (वैष्णो देवी का) आशीर्वाद लेंगे.’’ बहरहाल, भारी बारिश के कारण दर्शन किए बिना आधार शिविर लौटने के कारण कुछ तीर्थयात्री निराश हैं.

हरियाणा निवासी जोगिंदर सिंह ने कहा, ‘‘हमें सुरक्षा बलों ने आधार शिविर लौटने को कहा. हम यहां ठहरे हुए हैं, ताकि यात्रा पूरी कर सकें.’’ उन्होंने कहा कि पहाड़ी से नीचे बहते पानी को देखकर तीर्थयात्री डर गए थे, लेकिन श्राइन बोर्ड प्रबंधन ने उनकी सुरक्षा के प्रबंध किए. श्राइन बोर्ड ने तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए शुक्रवार देर शाम कटरा पर यात्रियों को तीर्थयात्रा के लिए आगे बढ़ने से एहतियातन रोक दिया. आपदा प्रबंधन दलों और चिकित्सा इकाइयों को भी हर प्रकार की आपात स्थिति से निपटने के लिए अलर्ट पर रखा गया है.