नयी दिल्ली, 18 अगस्त कर्नाटक के पर्यटन मंत्री सी टी रवि ने मंगलवार को यहां कन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से मुलाकात की और उनसे बगान में इस्तेमाल किए जाने वाले उर्वरक, पोषक तत्वों पर जीएसटी में छूट दिये जाने सहित चकमंगलूरू जिले के कॉफी, काली मिर्च, इलायची उत्पादकों के लिये राहत उपाय किये जाने की मांग की।
कोविड-19 संकट के बीच उन्होंने वित्त मंत्री के समक्ष यह मांग रखी है।
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उन्होंने युवा मामलों एवं खेल राज्य मंत्री किरण रिजिजू से भी मुलाकत की और उनसे चिकमंगलूरू के जिला स्टेडियम में सिंथेटिक एथलेटिक ट्रेक बिछाने और एक बहुउद्दउेशीय इंडूर स्टेडियम का निर्माण कराये जाने का प्रस्ताव उनके समक्ष रखा।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को सौंपे ज्ञापन में भारतीय जनता पार्टी शासित कर्नाटक सरकार के मंत्री ने कहा, ‘‘भारत सरकार ने कोविड-19 के प्रभाव से उबरने के लिये अनेक उपायों की घोषणा की है। इससे कॉफी उद्योग को कुछ हद तक मदद मिली है, लेकिन अभी स्थिति से उबरने के लिये काफी कुछ किये जाने की जरूरत है।’’
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उन्होंने जिले में कॉफी, एरेका, काली मिर्च और इलायची की खेती करने वालों के लिये राहत उपाय किये जाने की मांग की है। कर्नाटक सरकार के मंत्री ने इस प्रकार के पौध की खेती करने वाले कृषकों के लिये नकद सहायता की घोषणा करने, अल्पकालिक फसल रिण चुकाने में एक साल की रोक लगाने और फसली कर्ज के मूल और ब्याज का पुनर्गठन किये जाने के साथ ही विकास रिण दिये जाने की भी मांग की है।
उन्होंने इस साल उर्वरक, रसायन और पोषक तत्वों पर जीएसटी से छूट दिय जाने और निर्यात प्रोत्साहन की दर को तीन प्रतिशत से बढ़ाकर पांच प्रतिशत करने की भी मांग की है। मंत्री का कहना है कि चिकमंगलूरू जिले के 15,000 के करीब कॉफी उत्पादक इस समय भारी वित्तीय संकट से गुजर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ये उत्पादक सरकार को 1,000 करोड़ रुपये के करीब कर का भुगतान करते हैं।
कर्नाटक के मंत्री ने कहा कि पिछले दो साल से कॉफी उत्पादक भारी वर्षा, बाढ और भूस्खलन के कारण कई समस्याओं से जूझ रहे हैं। अब पौधों को बीमारी लगाने और कोविड-19 के कारण उनकी चिंतायें और बढ़ गई हैं। इसके साथ ही उत्पादन लागत बढ़ने और निर्यात में कमी से उनकी आय बुरी तरह प्रभावित हुई है।
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