Who is the Next CM Of Karnataka: कर्नाटक का अगला सीएम कौन? सिद्धारमैया या डीके शिवकुमार, खरगे को जल्द रिपोर्ट सौंपेंगे पर्यवेक्षक
Karnataka CM (Photo Credit: Twitter)

नयी दिल्ली/बेंगलुरु, 15 मई: कर्नाटक में कांग्रेस विधायक दल का नेता चुनने को लेकर नवनिर्वाचित विधायकों की राय जानने के बाद अब तीनों पर्यवेक्षक जल्द ही पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे और ऐसे में पूरी निगाहें पार्टी आलाकमान पर टिक गई हैं.पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया आज दिल्ली पहुंच रहे हैं और वह यहां पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर सकते हैं उधर, विधायकों की राय जानने के लिए बेंगलुरु भेजे गए पार्टी के तीनों पर्यवेक्षक सोमवार को दिल्ली लौट आए और अब वे पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को जल्द अपनी रिपोर्ट सौंपेंगे. यह भी पढ़ें: New CM of Karnataka: सिद्धारमैया या डी के शिवकुमार? सीएम के नाम पर सस्पेंस बरकरार, जानें किसका पलड़ा भारी

सूत्रों का कहना है कि खरगे पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और गांधी परिवार के साथ मंत्रणा के बाद कर्नाटक के अगले मुख्यमंत्री के बारे में जल्द फैसला करेंगे. कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कर्नाटक में कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) का नेता चुनने के लिए वरिष्ठ नेता सुशील कुमार शिंदे, जितेंद्र सिंह और दीपक बाबरिया को पर्यवेक्षक नियुक्त किया है. तीनों पर्यवेक्षकों ने पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों से अलग-अलग बात कर उनकी राय जानी.

तीनों पर्यवेक्षकों ने बेंगलुरु के एक निजी होटल में रविवार रात कई घंटे तक विधायकों के साथ बातचीत की और अगले मुख्यमंत्री को लेकर गोपनीय मतदान भी कराया गया है. शिंदे ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम पर्यवेक्षक, कांग्रेस महासचिव एवं कर्नाटक के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला और महासचिव (संगठन) के. सी. वेणुगोपाल के साथ दिल्ली जाएंगे.’’

उन्होंने कहा, ‘‘ हमारी रिपोर्ट (कांग्रेस विधायक दल की बैठक में मिली प्रतिक्रिया पर आधारित) गोपनीय है, जिसका खुलासा हम नहीं कर सकते। हमारे पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ही इसका खुलासा कर सकते हैं.’’कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि कुछ विधायकों ने विधायक दल की बैठक के दौरान पर्यवेक्षकों के साथ मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री पद को लेकर अपनी पसंद बताई, हालांकि विधायक सबके सामने अपनी पसंद बताने में झिझक रहे थे, जिसके बाद उन्हें लिखित रूप से अपनी राय बताने के लिए कहा गया.

एक विधायक ने नाम नहीं जाहिर करने की शर्त पर बताया, ‘‘सिद्धरमैया और शिवकुमार तथा किसी अन्य नेता को चुनना था या फिर निर्णय आलाकमान पर छोड़ना था. यह एक तरह से गोपनीय मतदान था.’’कहा जा रहा है कि विधायकों का एक धड़ा नेता चुनने के लिए हाथ उठाकर फैसला करने के पक्ष में था, लेकिन पार्टी ने ऐसा फैसला नहीं किया, क्योंकि इससे सरेआम विभाजन की स्थिति पैदा हो जाती.

पता चला है कि सिद्धरमैया ने इस बात पर जोर दिया कि पार्टी की ओर से विधायक दल का नया नेता चुनने से पहले सभी विधायकों की राय ली जाए. पर्यवेक्षक जितेंद्र सिंह ने कहा, ‘‘हम रिपोर्ट तैयार करेंगे और इसे कांग्रेस अध्यक्ष को सौंपेंगे. हमने रविवार देर रात विधायकों के साथ कई घंटे बात की. रिपोर्ट के आधार पर फैसला किया जाएगा.’’

कर्नाटक विधान परिषद् में नेता प्रतिपक्ष बीके हरिप्रसाद ने कहा, ‘‘पर्यपेक्षक ने विधायकों से अलग-अलग मुलाकात कर उनकी राय ली और मुख्यमंत्री के नाम को लेकर गोपनीय मतदान कराया गया. अब पार्टी आलाकमान फैसला करेगा कि मुख्यमंत्री कौन होगा.’’तीनों पर्यवेक्षक और पार्टी महासचिव एवं कांग्रेस के कर्नाटक मामलों के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला दिल्ली पहुंच गए हैं.

पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डीके शिवकुमार मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे हैं. कर्नाटक के नवनिर्वाचित कांग्रेस विधायकों ने रविवार को पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को विधायक दल का नेता चुनने के लिए अधिकृत कर दिया था.

कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की रविवार शाम बेंगलुरु के एक निजी होटल में हुई बैठक में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित कर पार्टी अध्यक्ष को विधायक दल का नेता चुनने का अधिकार दिया गया, जो कर्नाटक का अगला मुख्यमंत्री बनेगा.

राज्य में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को हुए चुनाव में कांग्रेस ने शानदार जीत हासिल करते हुए 135 सीट अपने नाम कीं, जबकि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा नीत जनता दल (सेक्युलर) ने क्रमश: 66 और 19 सीट जीतीं.

हक

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