जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने चार दिनों में 6 हजार से ज्यादा मजदूरों और छात्रों को लाया वापस
प्राइवेट बस (Photo Credits : IANS)

कठुआ, 29 अप्रैल: जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) प्रशासन पिछले चार दिनों में केंद्र शासित प्रदेश के 6,000 से अधिक मजदूरों और छात्रों को वापस लाया है. वे कोरोना वायरस (Corona Virus) के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए लागू किए गए लॉकडाउन की वजह से देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे गए थे. अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि इसी के साथ, केंद्र शासित प्रदेश के कुल 17,700 से अधिक लोग बंद के दौरान जम्मू- कश्मीर वापस लाए गए हैं.

जल शक्ति विभाग के आयुक्त सचिव अजीत साहू ने बताया, "पिछले 24 घंटों के दौरान जम्मू-कश्मीर के 3,022 लोगों को विभिन्न राज्यों से निकाला गया है. इसके साथ, पिछले चार दिनों में कुल 6,355 मजदूरों और छात्रों को यहां लाया गया है." साहू जम्मू-कश्मीर में प्रवेश के लिए अंतर-राज्य सीमा टर्मिनल के प्रबंधन और विनियमन के प्रमुख हैं. उन्होंने बताया कि बंद के दौरान अन्य राज्यों से जम्मू-कश्मीर में अब तक कुल 17,770 लोग आ चुके हैं.

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उन्होंने बताया कि पंजाब से 1,977 मजदूरों और यात्रियों को निकाला गया है. हिमाचल प्रदेश से 3955 लोगों को, राजस्थान के कोटा से 399 छात्रों को और उत्तर प्रदेश से 24 लोगों को निकाला गया है. जम्मू-कश्मीर सरकार ने 24 मार्च को अंतर्राज्यीय सीमा टर्मिनल को सील कर दिया था और सिर्फ उन गाड़ियों को जाने की इजाजत थी जिनके पास थे.

इसके अलावा जरूरी आपूर्ति और मरीजों को ले जारी रही गाड़ियों को भी आवाजाही की अनुमति थी. कठुआ के जिला विकास आयुक्त ओम प्रकाश भगत ने कहा कि स्थानीय छात्र और मजदूरों समेत जो भी जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करना चाहता है, उसे 14 दिन के पृथकवास में जाना होगा.

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