महाकुम्भ नगर, छह जनवरी प्रयागराज महाकुम्भ में धर्म और अध्यात्म के साथ ही पर्यावरण क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने वाले लोगों का भी संगम होने जा रहा है। इसी दिशा में मकर संक्रांति स्नान पर्व के बाद महाकुम्भ क्षेत्र में जल संरक्षण को लेकर काम कर रही संस्थाएं एकत्र होंगी।
अधिकारियों ने बताया कि जल संरक्षण के क्षेत्र में काम कर अपनी विशिष्ट पहचान बनाने वाली बुंदेलखंड की ‘जल सहेलियां’ भी इस कार्यक्रम में हिस्सा लेकर अपने अनुभव साझा करेंगी।
उन्होंने बताया कि जल संरक्षण के क्षेत्र में समूह बनाकर कार्य कर रहीं ‘जल सहेलियों’ की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी “मन की बात” कार्यक्रम में सराहना कर चुके हैं। जल संरक्षण के क्षेत्र में इनके योगदान के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इन ‘जल सहेलियों’ को सम्मानित कर चुके हैं।
‘जल जन जोड़ो’ अभियान के राष्ट्रीय संयोजक डॉ संजय सिंह ने बताया कि बुंदेलखंड क्षेत्र में उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कई जिलों में इन ‘जल सहेलियों’ ने जल संरक्षण और जागरूकता के क्षेत्र में कार्य किए हैं।
उन्होंने कहा कि महाकुम्भ में जल संरक्षण पर होने वाली चर्चा में एक ओर ये महिलाएं अपने अनुभव साझा करेंगी तो दूसरी ओर देश के अलग-अलग हिस्सों में हो रहे प्रयासों से भी अवगत होंगी।
सिंह ने कहा कि मकर संक्रांति के स्नान के बाद महाकुम्भ में जल संरक्षण पर चर्चा के लिए जल संरक्षण कार्यकर्ताओं और संगठनों का कार्यक्रम आयोजित किया जाना है जिसमें अलग-अलग क्षेत्रों में काम कर रहे लोग अपने अनुभव साझा करेंगे तथा बुंदेलखंड की ‘जल सहेलियां’ भी इस आयोजन में हिस्सा लेने महाकुम्भ पहुंचेंगी।
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