मुंबई: इरफान खान (Irrfan Khan) के सकारात्मक विचारों एवं जिंदादिली को कायम रखते हुए उनके परिवार ने शुक्रवार को कहा कि अभिनेता को कभी “एकल आयामी यथार्थ” रास नहीं आया और यही बात उन्हें उनकी मौत को किसी नुकसान नहीं बल्कि “उनकी सिखाई गई बातों” के लाभ के तौर पर देखने की उम्मीद देती है और वे हर चीज में लय देखने की कोशिश कर रहे हैं. इरफान की पत्नी सुतपा सिकदर ने कहा कि उनके जीवन का जश्न मनाने का सबसे बढ़िया तरीका है कि उनकी सिखाई गई बातों को अमल में लाया जाए और खुद को विकसित किया जाए. उन्होंने कहा कि वह और उनके दोनों बेटे - बाबिल और अयान- यही करने की योजना बना रहे हैं.
भारत के बेहतरीन एवं सबसे प्रतिभाशाली अभिनेताओं में से एक, इरफान दुर्लभ किस्म के कैंसर से जूझ रहे थे और 54 की उम्र में बुधवार को उनकी यहां के अस्पताल में मौत हो गई. उनके निधन से दुनिया भर के सिनेमा प्रेमियों के दिल टूट गए. हर कहीं से इरफान के प्रशंसकों की तरफ से जताए जा रहे दुख को मानते हुए, लेखिका-निर्माता ने कहा कि जब लाखों लोग उनके साथ दुख मना रहे हैं ऐसे में वह “अकेला महसूस” नहीं कर सकती. उन्होंने कहा, ‘‘मैं हर किसी को आश्वस्त करना चाहती हूं कि यह नुकसान नहीं, यह एक फायदा है. यह उनकी सिखाई चीजों का लाभ है और अब हमें सचमुच उन्हें अमल में लाना होगा और खुद को विकसित करना होगा.’’ यह भी पढ़ें: इरफान खान के निधन के बाद बेटे बाबिल ने सोशल मीडिया पर लिखा भावुक नोट, कहा- अभी मेरे पास शब्द नहीं है
सिकदर ने कहा कि इरफान की गैरमौजूदगी को स्वीकार करना बहुत मुश्किल है लेकिन उन्होंने उन्हें सिखाया था कि वह “किसी भी चीज में सामान्य बात’’ से संतुष्ट न हों. उन्होंने कहा, “हमारे लिए यह अविश्वसनीय है लेकिन मैं इरफान के शब्दों में कहूं तो ‘यह करिश्माई ’ है भले ही वह रहें या न रहें और उन्हें यही पसंद था, उन्हें कभी भी एकल आयामी यथार्थ पसंद नहीं था. मुझे उनसे बस एक बात की शिकायत है, उन्होंने पूरे जीवन के लिए मेरी आदतें खराब कर दी हैं. उत्कृष्टता के लिए उनकी तलाश मुझे सामान्य बातों में खुश नहीं रहने देगी.”