नयी दिल्ली, 11 दिसंबर अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में आम आदमी पार्टी (आप) के एक प्रतिनिधिमंडल ने दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले बड़े पैमाने पर मतदाताओं के नाम हटाए जाने के आरोपों को लेकर बुधवार को निर्वाचन आयोग से मुलाकात की।
बैठक के बाद पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल ने आरोप लगाया कि भाजपा मतदाताओं, ज्यादातर दलित, अनुसूचित जाति और पूर्वांचल से संबंधित मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाने की साजिश रच रही है।
केजरीवाल ने दावा किया, ‘‘हमने 3,000 पन्नों के सबूत सौंपे हैं, जिनसे पता चलता है कि कैसे भाजपा बड़े पैमाने पर मतदाताओं के नाम हटाने की साजिश रच रही है।’’
उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग ने कई आश्वासन दिए जिनमें यह भी शामिल है कि उचित सत्यापन के बिना बड़े पैमाने पर नाम नहीं हटाए जाएंगे।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि मतदाताओं के नाम हटाए जाने के मामलों में बूथ स्तर के अधिकारी (बीएलओ) द्वारा विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ जांच की जाएगी।
केजरीवाल ने कहा कि यदि कोई व्यक्ति पांच से अधिक मतदाताओं के नाम हटाने के लिए आवेदन करता है तो इसकी जांच संबंधित उपमंडल मजिस्ट्रेट द्वारा की जाएगी।
उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग ने आप को संदिग्ध रूप से नाम हटाने का अनुरोध करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आश्वासन भी दिया।
प्रतिनिधिमंडल में दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी, राज्यसभा सदस्य संजय सिंह और राघव चड्ढा तथा पार्टी नेता जैस्मीन शाह शामिल थे।
केजरीवाल ने बैठक को सफल बताया और निर्वाचन आयोग का आभार व्यक्त किया।
लगातार तीसरी बार सत्ता हासिल करने की कोशिश कर रही आप ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर चुनाव को प्रभावित करने के लिए मतदाता सूची में हेरफेर के प्रयास का आरोप लगाया है।
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