नयी दिल्ली, 27 अक्टूबर नासा-इसरो सिंथेटिक एपर्चर रडार (निसार) को 2022 तक प्रक्षेपित किए जाने की उम्मीद है। भारत और अमेरिका ने अंतरिक्ष स्थिति जागरूकता सूचना साझा करने का निर्णय किया है जो सुरक्षित एवं स्थायी अंतरिक्ष वातावरण की स्थितियां तैयार करने के प्रयास को गति देगा।
दोनों पक्षों ने भारत-अमेरिका अंतरिक्ष वार्ता को जारी रखने की इच्छा जताई। साथ ही अंतरिक्ष रक्षा सहयोग के क्षेत्र में संभावना पर चर्चा भी की गई।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और उनके अमेरिकी समकक्ष माइकल आर. पोम्पियो और रक्षा मंत्री मार्क टी. एस्पर के बीच ‘टू प्लस टू’ सामरिक वार्ता के बाद जारी संयुक्त बयान में कहा गया है, ‘‘...मंत्रियों ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) और नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन के बीच जारी सहयोग की भी प्रशंसा की। इसमें नासा-इसरो सिंथेटिक एपर्चर रडार (निसार) उग्रह के 2022 में प्रक्षेपण पर भी चर्चा हुई।’’
दोनों देशों की अंतरिक्ष एजेंसियों ने 2014 में एक समझौते पर हस्ताक्षर किया था कि निसार मिशन को साथ मिलकर विकसित किया जाएगा एवं उसका प्रक्षेपण किया जाएगा।
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इसने कहा, ‘‘मंत्रियों ने अंतरिक्ष स्थिति जागरूकता सूचना को भी साझा करने पर बल दिया जिससे सुरक्षित एवं स्थायी अंतरिक्ष वातावरण तैयार करने के प्रयासों को गति दी जा सके।’’
संयुक्त बयान में बताया गया कि मंत्रियों ने पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय और अमेरिका के राष्ट्रीय समुद्री एवं वातावरण प्रशासन के बीच पृथ्वी विज्ञान में तकनीकी सहयोग के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर का स्वागत किया।
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