श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने
वाशिंगटन, 27 नवंबर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने घोषणा की है कि इजराइल और लेबनान के हिज्बुल्ला ने अमेरिकी मध्यस्थता वाले शांति समझौते को स्वीकार कर लिया है, जिसे दोनों पक्षों के बीच शत्रुता की ‘‘स्थायी समाप्ति’’ के उद्देश्य से तैयार किया गया है।
बाइडन ने इजराइल और हिज्बुल्ला के बीच हुए युद्धविराम समझौते को ‘‘अच्छी खबर’’ बताया और उम्मीद जताई कि 13 महीने से अधिक समय से जारी लड़ाई में विराम गाजा में युद्ध को समाप्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा।
बाइडन ने मंगलवार को व्हाइट हाउस (अमेरिका के राष्ट्रपति का आधिकारिक आवास एवं कार्यालय) के रोज गार्डन में अपने संबोधन में यह बात कही। उन्होंने जोर देकर कहा कि अगर हिज्बुल्ला युद्ध विराम की शर्तों को तोड़ता है तो इजराइल को लेबनान में तुरंत सैन्य अभियान फिर से शुरू करने का अधिकार है।
इजराइल के सुरक्षा मंत्रिमंडल द्वारा समझौते को मंजूरी देने के तुरंत बाद बाइडन ने मंगलवार को व्हाइट हाउस से राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में कहा कि संघर्ष विराम के तहत, इजराइल अगले 60 दिनों में धीरे-धीरे लेबनान से अपने सैनिकों को वापस बुला लेगा।
रिपोर्ट के अनुसार, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सुरक्षा मंत्रिमंडल के समक्ष एक समझौता प्रस्तुत किया था, जिसका उद्देश्य गाजा संघर्ष के बाद इजराइल और ईरान समर्थित हिज्बुल्ला के बीच महीनों से जारी लड़ाई को समाप्त करना है। इस संघर्ष में कई लोग मारे गए हैं और हजारों विस्थापित हुए हैं।
बाइडन ने कहा कि उन्होंने नेतन्याहू और लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती से बात की।
उन्होंने कहा, ‘‘मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि दोनों देशों की सरकारों ने इजराइल और हिज्बुल्ला के बीच विनाशकारी संघर्ष को समाप्त करने के लिए अमेरिका के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है। मैं इस समझौते को निर्णायक मोड़ तक पहुंचाने में भागीदारी के लिए फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों को धन्यवाद देना चाहता हूं।’’
बाइडन ने कहा, ‘‘मैंने अपनी टीम को इजराइल और लेबनान की सरकारों के साथ मिलकर काम करने का निर्देश दिया है ताकि इजराइल और हिज्बुल्ला के बीच लड़ाई को समाप्त करने के लिए संघर्ष विराम कराया जा सके।’’
उन्होंने कहा, ‘‘स्थानीय समयानुसार बुधवार सुबह चार बजे से प्रभावी हुए समझौते के तहत लेबनान-इजराइली सीमा पर लड़ाई समाप्त हो जाएगी। इसे शत्रुता की स्थायी समाप्ति के तौर पर तैयार किया गया है।’’
बाइडन ने कहा कि हिज्बुल्ला और अन्य आतंकवादी संगठनों को फिर से इजराइल की सुरक्षा के लिए खतरा बनने की इजाजत नहीं दी जाएगी।
उन्होंने कहा, ‘‘अगले 60 दिनों में लेबनानी सेना और ‘स्टेट सिक्योरिटी फोर्सेस’ एक बार फिर से अपने अपने क्षेत्र में तैनात होकर नियंत्रण कर लेंगे। दक्षिणी लेबनान में हिज्बुल्ला को अपना आतंकवादी बुनियादी ढांचा फिर से खड़ा करने की अनुमति नहीं होगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘अगले 60 दिनों में इजराइल धीरे-धीरे अपनी शेष सेनाओं को वापस बुला लेगा और दोनों पक्षों के नागरिक जल्द सुरक्षित रूप से अपने समुदायों में लौट सकेंगे तथा अपने घरों, स्कूलों, खेतों, व्यवसायों और अपने जीवन को नए सिरे से शुरू कर सकेंगे।’’
इजराइल और हिज्बुल्ला के बीच संघर्ष को दशकों का सबसे घातक संघर्ष बताते हुए बाइडन ने कहा कि दोनों देशों के लोगों की स्थायी सुरक्षा केवल युद्ध के मैदान में हासिल नहीं की जा सकती।
न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने संघर्ष विराम की घोषणा का स्वागत किया और आशा व्यक्त की कि इससे इजराइल और लेबनान के लोग जिस हिंसा, विनाश और कष्ट का सामना कर रहे हैं, वह खत्म हो जाएगा।
लेबनान के लिए संयुक्त राष्ट्र की विशेष समन्वयक जीनिन हेनिस-प्लास्चर्ट ने भी इसी प्रकार की भावनाएं व्यक्त कीं।
उन्होंने कहा, ‘‘यह समझौता एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया का प्रारंभिक बिंदु है, जो संकल्प 1701 (2006) के पूर्ण कार्यान्वयन पर आधारित है, ताकि दोनों ओर के नागरिकों को वह सुरक्षा और संरक्षा बहाल की जा सके जिसके वे हकदार हैं।’’
सीनेट में बहुमत के नेता चक शूमर ने इस समझौते को इजराइल और क्षेत्र के लिए एक अच्छा समझौता बताया। उन्होंने कहा कि यह दर्शाता है कि जब आतंकवादियों को सैन्य और दृढ़ कूटनीति दोनों के माध्यम से हराया जाता है, तो शांति की संभावना बढ़ जाती है।
उन्होंने कहा, ‘‘हिज्बुल्ला कहता है कि जब तक गाजा में लड़ाई जारी रहेगी, वे कभी हार नहीं मानेंगे लेकिन आज के संघर्ष विराम समझौते से हमास को पता चल जाना चाहिए कि वे पहले की तरह ही अलग-थलग हैं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस समझौते तथा युद्ध विराम के लिए बातचीत जारी रखने एवं गाजा में सभी बंधकों की वापसी की दिशा में काम करने के लिए बाइडन प्रशासन की सराहना करता हूं।’’
निवर्तमान डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रशासन के अनुसार, इजराइल और हिज्बुल्ला के बीच संघर्ष विराम समझौते को लकर अपने प्रयासों के बारे में नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आगामी प्रशासन को बारीकी से अवगत कराया गया है।
ट्रंप की टीम ने हालांकि इस दुर्लभ मौके का श्रेय लेने में देर नहीं लगाई।
फ्लोरिडा के प्रतिनिधि माइक वाल्ट्ज ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘राष्ट्रपति ट्रंप की वजह से हर कोई बातचीत की मेज पर आ रहा है।’’ वाल्ट्ज राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में ट्रंप की पसंद हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ट्रंप की शानदार जीत ने बाकी दुनिया को एक स्पष्ट संदेश दिया है कि अराजकता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। मैं पश्चिम एशिया में तनाव कम करने की दिशा में ठोस कदम उठाए जाने से खुश हूं।’’
एपी
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