छत्रपति संभाजीनगर, नौ मई महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने बृहस्पतिवार को कहा कि लोकसभा चुनावों के बीच भारतीय जनता पार्टी असुरक्षित हो गई है और उन मुद्दों पर चर्चा कर रही है जिनका कांग्रेस के घोषणापत्र में उल्लेख तक नहीं है।
चव्हाण यहां शिवसेना (यूबीटी) के लोकसभा उम्मीदवार चंद्रकांत खैरे के लिए प्रचार करने आए थे, जो महा विकास अघाडी (एमवीए) में कांग्रेस और राकांपा (शरदचंद्र पवार) की सहयोगी है।
उन्होंने कहा, “भाजपा ‘अबकी बार 400 पार’ का नारा तो लगा रही है, लेकिन असुरक्षित है। इसीलिए वह (कांग्रेस पर हमला करने के लिए) उन मुद्दों पर चर्चा कर रही है जिनका हमारे घोषणापत्र में उल्लेख तक नहीं है। हमने कहा है कि हम गरीब महिलाओं को सालाना एक लाख रुपये देंगे। अब यह ऐसी बात है जिस पर भाजपा चर्चा नहीं करेगी।”
पार्टियों के विलय के बारे में पूछे जाने पर चव्हाण ने कहा कि महाराष्ट्र में लोग आम तौर पर बहुत सारे संगठनों की मौजूदगी को पसंद नहीं करते हैं।
उन्होंने दावा किया, “मुझे भी लगता है कि लोकसभा चुनाव के बाद छोटे राजनीतिक दल अन्य पार्टियों में विलय कर लेंगे।” उन्होंने हालांकि उन पार्टियों के नाम बताने से इनकार कर दिया जिनका वह जिक्र कर रहे थे।
यहां चुनावों में ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रभाव को खारिज करते हुए चव्हाण ने दावा किया कि मुसलमान एमवीए को वोट देंगे।
उन्होंने कहा, “2019 के चुनावों में एआईएमआईएम वंचित बहुजन अघाडी के साथ गठबंधन में थी। अब इसका अस्तित्व नहीं है।”
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