जयपुर, 5 जुलाई : राजस्थान के राजसमंद जिले के दिवेर थाना क्षेत्र में सोमवार को एक व्यक्ति ने धारदार हथियार से हमला कर एक पुलिसकर्मी को घायल कर दिया. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि गजेन्द्र सिंह नाम के एक व्यक्ति ने पुलिस कर्मी पर धारदार हथियार से हमला कर दिया. पुलिसकर्मी बच्चा राम ने अपने आप को लाठी से बचाने की कोशिश की लेकिन हथियार से लाठी भी कट गई. उन्होंने बताया कि हमले में पुलिसकर्मी के हाथ में चोटें आई हैं. आरोपी ने वहां मौजूद अन्य पुलिसकर्मियों को भी मारने की कोशिश की लेकिन उसे काबू कर लिया गया. घायल कांस्टेबल को अजमेर के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
राजसमंद के पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने कहा कि उदयपुर के कन्हैयाला हत्याकांड के बाद जिले में कई तरह की फर्जी खबरें और अफवाहें फैलाई जा रही हैं और यह हमले के पीछे का कारण हो सकता हे. पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि आरोपी को हिरासत में लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है. उल्लेखनीय है कि दर्जी कन्हैयालाल हत्याकांड के आरोपी रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद को मंगलवार को हत्या के कुछ घंटे बाद राजसमंद के भीम कस्बे से पकड़ा गया था. अगले दिन बुधवार को भीम कस्बे में भीड़ हमला करने के इरादे से एक धार्मिक स्थल की ओर बढ़ी और स्थिति को नियंत्रित करने के लिये पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पडे़. इस दौरान पुलिस कांस्टेबल पर तलवार से हमला किया गया और उसकी गर्दन पर चोट आई. पुलिस ने हमले के सिलसिले में 23 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है. यह भी पढ़ें : UP: वर्दी पहनकर ‘तू मेरा हीरो है’ गाने पर नाचने वाले 3 पुलिसकर्मी निलंबित
पुलिस सूत्रों ने बताया कि हिंदुत्ववादी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि मामले में निर्दोष लोगो को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस अधीक्षक ने कहा, ‘‘पिछले हफ्ते बुधवार को पुलिसकर्मी पर हुए हमले के सिलसिले में जिन लोगों को गिरफ्तार किया गया है उनके खिलाफ हमारे पास सबूत है. किसी निर्दोष को गिरफ्तार नहीं किया गया है. कुछ गलत सूचना और फर्जी खबरें फैलाई जा रही हैं और हमने लोगों से अपील की है कि वे इस तरह की फर्जी सूचनाओं पर ध्यान ना दें.’’ उन्होंने कहा कि गलत सूचनाओं के प्रसार को रोकने के अलावा उन लोगो की पहचान की जा रही है जो लोग इस तरह की फर्जी जानकारी पैदा करने के लिये जिम्मेदार है. इस बीच, राजसमंद की भाजपा सांसद दीया कुमारी ने कस्बे का दौरा किया और भीम कस्बे में उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देकर मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की.