वाशिंगटन, 2 जुलाई : अमेरिका (America) में भारत के राजदूत तरनजीत संधू ने व्हाइट हाउस में युवा नेताओं के साथ बृहस्पतिवार को मुलाकात की और कूटनीति की जटिलताओं पर तथा दुनिया के सबसे पुराने और सबसे बड़े लोकतंत्रों के बीच संबंधों पर चर्चा की. संधू ने ट्वीट किया ‘आइजनहॉवर एक्जीक्यूटिव ऑफिस’ (Eisenhower Executive Office) में व्हाइट हाउस के साथियों के साथ ‘‘बातचीत अच्छी रही’’. यह कार्यालय व्हाइट हाउस परिसर में ही स्थित है. उन्होंने कहा, ‘‘ विभिन्न क्षेत्रों में उभरते युवा अमेरिकी नेताओं के इस समूह के साथ कूटनीति, भारत-अमेरिका संबंधों, क्षेत्रीय विकास, स्वास्थ्य देखभाल, ऊर्जा, पर्यावरण और शिक्षा से लेकर कई विषयों पर बातचीत हुई.’’
‘व्हाइट हाउस फैलोशिप’ की शुरुआत 1964 में की गई थी, जिसमें युवा नेताओं को सरकार के उच्चतम स्तरों पर काम करने का प्रत्यक्ष अनुभव प्रदान कराने के लिए संघीय सरकार में शामिल किया जाता है. इस अनूठी पहल का एक प्रमुख हिस्सा शिक्षा कार्यक्रम है, जिसमें समाज की प्रमुख हस्तियां इन युवाओं से मुलाकात करती हैं. इससे पहले पूर्व विदेश मंत्री कॉलिन पॉवेल जैसे गणमान्य व्यक्ति भी इन्हें संबोधित कर चुके हैं. यह भी पढ़ें : America: दुनियाभर में टीके वितरित करने के अपने लक्ष्य से पीछे चल रहा है अमेरिका
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन के सत्ता में आने के बाद संधू पहले शख्स हैं, जिन्हें युवा नेताओं से बातचीत के लिए बुलाया गया है. पूर्व में सीएनएन के डॉ. संजय गुप्ता, ‘ईवीपी वैक्सीन’ के राजीव वेंकैया जैसे कई प्रमुख भारतीय-अमेरिकियों को भी इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम के लिए चुना जा चुका है.