नयी दिल्ली, 19 जुलाई : समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद मोहिबुल्ला नदवी ने कहा है कि सरकार को गाजा और यूक्रेन में युद्ध रोकने के लिए मध्यस्थता करनी चाहिए क्योंकि भारत मानवीय दृष्टिकोण की सबसे बड़ी मिसाल है. संसद के निकट की जामा मस्जिद के इमाम नदवी ने ‘पीटीआई’ मुख्यालय में समाचार एजेंसी के संपादकों के साथ बातचीत में यह भी कहा कि दुनिया ने गाजा को लेकर आंखें बंद कर ली हैं. पिछले साल सात अक्टूबर को हमास के चरमपंथियों ने इजरायल में हमला किया था जिसके बाद इजरायल ने गाजा में सैन्य कार्रवाई शुरू की. इस युद्ध में अब तक लगभग 40 हजार लोग मारे जा चुके हैं.
गाजा में युद्ध से जुड़े सवाल पर नदवी ने कहा, ‘‘गांधी जी, नेहरू जी, मौलाना आजाद का कहना था कि जहां कहीं जुल्म होगा वहां हम (भारत) खड़े होंगे. हम दक्षिण अफ्रीका में खड़े हुए. गांधी जी ने तो यहां तक कहा था कि जिस तरह से हिंदुस्तान में पैदा होने वाले हर हिंदुस्तानी का हक हिंदुस्तान पर है, उसी तरह फलस्तीन में पैदा होने वाले हर अरब का हक फलस्तीन पर है.’’ उनका कहना था कि फलस्तीन के लोगों को रणनीति के तहत बेघर किया गया और ऐसे में उनके हक में न बोलकर जो परंपरा शुरू की गई है उससे सारी इंसानियत का नुकसान है. यह भी पढ़ें : छोटे जानवर संक्रमण से लड़ने के लिए चुराए गए जीन का उपयोग करते हैं
नदवी ने कहा, ‘‘भारत को तो मध्यस्थता करके जंग को रुकवाना चाहिए. सिर्फ गाजा में नहीं, बल्कि यूक्रेन में भी मध्यस्थता करके उसे रुकवाना चाहिए क्योंकि भारत इंसानियत की सबसे बड़ी मिसाल है, दुनिया में इससे बड़ी कोई मिसाल नहीं है.’’ शहरों के नाम बदलने के बारे में पूछे जाने सपा सांसद ने कहा कि नाम बदलने से इतिहास नहीं बदल जाएगा. उनका कहना था, ‘‘जगहों के नाम बदले से प्रगति नहीं होती. प्रगति काम से होगी, समाज से नकारात्मकता को दूर करने से होगी. इतिहास को उलटा नहीं किया जा सकता. जो लिखा जा चुका है, वो लिखा जा चुका है.’