एडिलेड, सात दिसंबर पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने शनिवार को कहा कि मोहम्मद शमी जितनी जल्दी ऑस्ट्रेलिया पहुंचेंगे भारतीय टीम के लिए उतना ही बेहतर होगा।
इससे मौजूदा बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (बीजीटी) में तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह पर दबाव कम होगा।
चौंतीस वर्षीय तेज गेंदबाज शमी टखने की चोट से उबरने के बाद वापसी की कोशिश में हैं। शीर्ष स्तर के क्रिकेट से लगभग एक साल दूर रहने के बाद वापसी कर रहे शमी सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में बंगाल का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।
शास्त्री ने यहां दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन ‘कमेंट्री’ के दौरान कहा, ‘‘मोहम्मद शमी जितनी जल्दी यहां पहुंचेंगे, भारत के लिए उतना ही बेहतर होगा। वह बहुत सारे घरेलू मैच खेल रहे हैं। ’’
उन्होंने कहा, ‘‘जब बुमराह गेंदबाजी कर रहे हों और अन्य गेंदबाजी कर रहे होते हैं, तो आप विपक्षी टीम के खिलाड़ियों पर दबाव देख सकते हैं। बुमराह पर बहुत दबाव है।"
चोट से उबरने के बाद घरेलू टी20 प्रतियोगिता में बंगाल के लिए सात मैच खेल चुके अनुभवी तेज गेंदबाज शमी के लिए सब कुछ ठीक चल रहा है। शमी छोटे स्पैल में गेंदबाजी के दौरान लय और नियंत्रण हासिल करते दिखे। वह राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी के अधिकारियों और एक राष्ट्रीय चयनकर्ता की कड़ी निगरानी में वापसी कर रहे हैं।
हालांकि पूर्व भारतीय कप्तान ने 14 से 18 दिसंबर तक ब्रिस्बेन के गाबा में होने वाले तीसरे टेस्ट के लिए शमी को जल्दबाजी में शामिल नहीं करने की चेतावनी भी दी।
शास्त्री (62 वर्ष) ने कहा, ‘‘ब्रिस्बेन शायद बहुत जल्दी हो, लेकिन मेलबर्न और सिडनी के लिए निश्चित रूप से शमी उपलब्ध हो सकते हैं। ’’
शमी ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट मैचों में सफल प्रदर्शन किया है। उन्होंने 12 मैचों में 44 विकेट लिए हैं जिनमें से 31 विकेट उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में आठ टेस्ट मैचों में लिए हैं।
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