तोक्यो, 7 मार्च : विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत और जापान एशिया की बहु-ध्रुवीयता के लिए केंद्रीय शक्तियां हैं और दोनों देश संयुक्त राष्ट्र की संरचना को और अधिक समसामयिक बनाना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि दोनों देश स्वतंत्र, पारदर्शिता और नियम-आधारित व्यवस्था के पक्ष में संतुलन बनाए रखने के लिए संयुक्त राष्ट्र संरचना को और अधिक समसामयिक बनाना चाहते हैं. जयशंकर दक्षिण कोरिया और जापान की चार दिवसीय यात्रा के दूसरे चरण के तहत इस समय तोक्यो में है.
उन्होंने कहा कि दुनिया देखेगी कि दोनों देश विभिन्न संबंधों और योजनाओं के माध्यम से साझा लक्ष्य में एक-दूसरे का समर्थन कैसे करते हैं.मंत्री ने यहां पहले ‘रायसीना गोलमेज सम्मेलन’ को संबोधित करते हुए वैश्विक संगठन में सुधार की आवश्यकता को रेखांकित किया. उन्होंने कहा, ‘‘संयुक्त राष्ट्र में सुधार बहुत महत्वपूर्ण है. जी4 समूह के साथी सदस्यों के रूप में, भारत और जापान संयुक्त राष्ट्र संरचनाओं को और अधिक समसामयिक बनाना चाहते हैं.’’ यह भी पढ़ें : Hyderabad Student Suicide: एग्जाम में फेल होने के डर से युवती ने दी जान, परेशान करने वाला वीडियो आया सामने
जयशंकर ने कहा, ‘‘यह स्पष्ट रूप से एक मुश्किल कार्य है, लेकिन इसमें हमें दो शक्तियों के रूप में दृढ़ रहना होगा जो एशिया में बहु-ध्रुवीयता के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं. दोनों देश संयुक्त राष्ट्र की संरचना को और अधिक समसामयिक बनाना चाहते हैं.’’