मुंबई, 29 अप्रैल केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का ‘डीपफेक’ वीडियो कथित तौर पर साझा करने के लिए मुंबई पुलिस ने महाराष्ट्र युवा कांग्रेस के सोशल मीडिया हैंडल और 16 अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी.‘डीपफेक’ वह प्रौद्योगिकी है जिससे एक वीडियो में छेड़छाड़ कर किसी ऐसे व्यक्ति के चेहरे को उसमें फिट किया जाता है जो उस वीडियो का हिस्सा ही नहीं होता. इस तकनीक के माध्यम से छेड़छाड़ कर बनाए गए वीडियो में असली और नकली का अंतर बता पाना मुश्किल होता है.
इस फर्जी वीडियो में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता शाह अनुसूचित जाति (एससी), अनुसूचित जनजाति (एसटी) और अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) के आरक्षण अधिकारों को खत्म करने की घोषणा करते हुए कथित तौर पर नजर आ रहे हैं.एक अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में भाजपा की मुंबई इकाई के पदाधिकारी प्रतीक करपे ने सोमवार को बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी.शिकायतकर्ता के अनुसार, शाह का डीपफेक वीडियो बनाया गया, उसे पोस्ट किया गया और इंटरनेट पर व्यापक रूप से साझा किया गया, जिसके पीछे आरोपियों का मकसद केंद्रीय मंत्री को बदनाम करना था. यह भी पढ़े :Lok Sabha Elections 2024: मराठवाड़ा में जल संकट को लेकर अपनी जिम्मेदारी से भाग रहे हैं भाजपा नेता- कांग्रेस
शिकायत के अनुसार, वीडियो में शाह को एससी, एसटी और ओबीसी को दिए गए आरक्षण अधिकारों में कटौती की घोषणा करते हुए दिखाया गया है.शिकायतकर्ता ने पुलिस से डीपफेक वीडियो को तुरंत हटाने और उन आरोपी व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने का भी अनुरोध किया, जिन्होंने विभिन्न जातियों में दुश्मनी और नफरत पैदा करने के लिए इसे कथित तौर पर साझा किया था.
अधिकारी ने बताया कि शिकायत के आधार पर महाराष्ट्र युवा कांग्रेस के सोशल मीडिया हैंडल और 16 अन्य लोगों के खिलाफ बीकेसी साइबर थाने में भारतीय दंड संहिता और सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.उन्होंने बताया कि मामले की जांच की जा रही है.
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