मुंबई: वंचित बहुजन आघाडी (वीबीए) नेता प्रकाश आंबेडकर (Prakash Ambedkar) द्वारा पंढरपुर स्थित भगवान विट्ठल मंदिर खोलने की मांग को लेकर मंदिर जाने पर शिवसेना (Shivsena) ने मंगलवार को रहस्यमय तरीके से कहा कि अगर उनकी यह यात्रा हिन्दुत्व की दिशा में है तो उसका स्वागत किया जाना चाहिए. उल्लेखनीय है कि आंबेडकर ने सोमवार को वीबीए कार्यकर्ताओं के साथ महाराष्ट्र के सोलापुर जिले स्थित पंढरपुर में प्रदर्शन किया था और कोविड-19 महामारी के चलते बंद मंदिर को दर्शन के लिए खोलने की मांग की थी.
बाद में मंदिर में जाने के बाद उन्होंने भगवान विट्ठल के भक्त की तरह माथे पर ‘बुक्का’ (सुंगधित काला पाउडर) और चंदन भी लगाया था. शिवसेना ने इसपर निशाना साधते हुए अपने मुखपत्र ‘सामना’ में कहा, ‘‘जिस तरीके से उन्होंने अपने कंधे पर भगवा पताका लिया. वकील अंबेडकर और उनके वीबीए के जुलूस का स्वागत किया जाना चाहिए अगर वे हिन्दुत्व की दिशा में बढ़ रहे हैं.
महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ शिवसेना ने रेखांकित किया कि भाजपा ने भी पिछले हफ्ते मंदिर खोलने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था, जबकि आंबेडकर ने सोमवार को इसी मांग को लेकर प्रदर्शन किया.