‘केजीडब्ल्यू’ टीवी की खबर के अनुसार, नैंसी क्राम्पटन ब्रॉफी (71) को सात सप्ताह तक चली सुनवाई के बाद 25 मई को दोषी करार दिया गया था. उन्हें सोमवार को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई. 25 साल जेल में बिताने के बाद उन्हें पैरोल मिल सकती है.
अभियोजकों ने कहा कि क्राम्पटन ब्रॉफी ने 63 वर्षीय डैन ब्रॉफी को ‘ओरेगन कलिनरी इंस्टीट्यूट’ के अंदर गोली मार दी थी, क्योंकि वह डैन के जीवन बीमा से मिलने वाले पैसे चाहती थीं. यह इंस्टीट्यूट अब बंद हो चुका है, डैन 2018 में वहां काम करते थे. अभियोजन पक्ष ने जूरी को बताया कि जिस वक्त डैन की हत्या हुयी उस वक्त दंपती आर्थिक परेशानियों का सामना कर रहे थे. यह भी पढ़ें : UP: पांच साल की बच्ची से छेड़छाड़ के आरोप में लड़के को हिरासत में लिया गया
उन्होंने दलील दी कि क्राम्पटन ब्रॉफी ने ऑनलाइन मंचों से ‘घोस्ट गन’ किट के बारे में जानकारी हासिल की, उसे खरीदी और फिर बाद में एक ‘गन शो’ में ग्लॉक 17 हैंडगन भी खरीदी. हालांकि, क्राम्पटन ब्रॉफी और उनके वकीलों ने इस तथ्य को खारिज कर दिया और कहा कि उन्होंने उपन्यास लिखने की तैयारी के लिए बंदूक खरीदी थी.
एपी निहारिका रंजन