श्रीनगर, 2 जनवरी : मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बृहस्पतिवार को उम्मीद जताई कि जम्मू-कश्मीर का केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा अस्थायी है और केंद्र सरकार राज्य का दर्जा बहाल करने का वादा पूरा करेगी. शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (एसकेआईसीसी) में मीडिया से बातचीत में अब्दुल्ला ने कहा, “हमें सत्ता में आए दो महीने से थोड़ा अधिक समय हो गया है. हमें यह समझने में समय लगा कि केंद्र शासित प्रदेश सरकार कैसे काम करती है. हम पहले भी सरकार चला चुके हैं, लेकिन उस स्वरूप और वर्तमान स्वरूप में बहुत अंतर है.”
मुख्यमंत्री ने कहा कि नयी सरकार की शुरुआत "सुखद" रही है और उन्हें इसमें "ज्यादा परेशानी नहीं हुई.” अब्दुल्ला ने कहा, “हम अपने चुनावी वादों को लेकर प्रतिबद्ध हैं. हमने कुछ वादों को लागू करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है और अन्य वादों के लिए हमें व्यवस्था में बदलाव की जरूरत है. मुझे उम्मीद है कि जम्मू-कश्मीर का केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा अस्थायी है." यह भी पढ़ें : आपकी तबीयत ठीक होने पर मुलाकात करेंगे , कपिल देव ने कांबली से कहा
उन्होंने कहा, "हम लोग अब उम्मीद कर रहे हैं कि हमसे किए गए वादे पूरे किए जाएंगे. सबसे बड़ा वादा राज्य का दर्जा बहाल करना है. उच्चतम न्यायालय ने भी अपने फैसले में कहा था कि जल्द से जल्द राज्य का दर्जा बहाल किया जाना चाहिए. एक साल बीत चुका है और हमें लगता है कि एक साल बहुत है.”