विदेश की खबरें | उत्तरी चीन में एचएमपीवी संक्रमण की दर में कमी आ रही है : चीनी स्वास्थ्य अधिकारी
श्रीलंका के प्रधानमंत्री दिनेश गुणवर्धने

एचएमपीवी बुखार, खांसी और नाक बंद होने सहित फ्लू या सर्दी जैसे लक्षण पैदा करता है।

चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग की प्रेसवार्ता के दौरान चीनी रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र की शोधकर्ता वांग लिपिंग ने कहा, ‘‘ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस कोई नया वायरस नहीं है, और यह कम से कम कई दशकों से मनुष्यों में मौजूद है।’’

उन्होंने कहा कि इस वायरस का पता पहली बार 2001 में नीदरलैंड में चला था।

वांग ने कहा कि बेहतर परीक्षण विधियों के कारण हाल के वर्षों में इस वायरस के संक्रमण का पता लगाने की दर में वृद्धि हुई है।

उन्होंने कहा, ‘‘वर्तमान में, ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस के संक्रमण की पहचान की दर में उतार-चढ़ाव हो रहा है, और उत्तरी प्रांतों में संक्रमण के पुष्ट मामलों की दर में कमी आ रही है। 14 वर्ष और उससे कम आयु के रोगियों में संक्रमण के मामलों की दर में गिरावट शुरू हो गई है।’’

वांग ने कहा कि चीन में वर्तमान में लोगों को प्रभावित करने वाली श्वसन संबंधी बीमारियां ज्ञात रोगाणुओं के कारण होती हैं तथा कोई नई संक्रामक बीमारी सामने नहीं आई है।

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