बिलासपुर (हिमाचल प्रदेश), 11 अक्टूबर प्रसिद्ध शहनाई वादक सूरजमणि का 63 वर्ष की आयु में बिलासपुर स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
'क्रोनिक पैन्क्रियाटाइटिस' से पीड़ित सूरजमणि ने बृहस्पतिवार को अंतिम सांस ली। उनके परिवार में पत्नी और दो बेटे हैं।
मंडी जिले के नाचन क्षेत्र के चच्योट गांव के निवासी सूरजमणि को प्रख्यात शहनाई वादक भारत रत्न बिस्मिल्लाह खान की उपमा दी जाती थी और उन्हें ''हिमाचल का बिस्मिल्लाह खान'' कहा जाता था।
सूरजमणि पहाड़ी राज्य की लोक संगीत परंपराओं को संरक्षित करने में अपने योगदान के लिए प्रसिद्ध थे।
सूत्रों ने बताया कि चंडीगढ़ से घर लौटने के तुरंत बाद सूरजमणि पैन्क्रियाटाइटिस की चपेट में आ गए थे।
उन्हें पहले मंडी के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उन्हें बिलासपुर स्थित एम्स भेज दिया गया।
राज्य भर से बड़ी संख्या में कलाकारों, संगीतकारों और प्रशंसकों ने सूरजमणि के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर और नाचन विधायक विनोद कुमार सहित कई राजनेताओं और प्रशासनिक अधिकारियों ने सूरजमणि के निधन पर दुख व्यक्त किया है।
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