भुवनेश्वर, सात सितंबर ओडिशा के 11 जिलों में कम दबाव की वजह से भारी बारिश हुई है, जबकि मौसम विभाग ने 11 सितंबर के आसपास बंगाल की खाड़ी के ऊपर फिर से दबाव बनने का अनुमान जताया है।
मौसम वैज्ञानिकों ने दक्षिण और तटीय ओडिशा के 14 जिलों के लिए 'येलो' चेतावनी जारी की और बुधवार को मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि दो स्थानों- कटक जिले के बांकी और नयागढ़ में खंडपारा में मंगलवार सुबह साढ़े आठ बजे तक 24 घंटे में क्रमश: 140 मिमी और 117.4 मिमी की भारी बारिश हुई।
गंजम के सोरदा और नयागढ़ में दासपल्ला में भी 100 मिमी से अधिक बारिश हुई, जबकि गंजम, बालासोर, अंगुल, गजपति, खुर्दा मयूरभंज, ढेंकनाल और कालाहांडी जिलों में भारी बारिश हुई।
आईएमडी की एक विज्ञप्ति में कहा गया है, "निम्न दबाव के क्षेत्र के प्रभाव में, ओडिशा के अंदरूनी और तटीय जिलों में कई स्थानों पर गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है।"
भुवनेश्वर मौसम केंद्र ने ट्वीट किया, "11 सितंबर, 2021 के आसपास उत्तर और उससे सटे मध्य क्षेत्र बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक नया निम्न दबाव वाला क्षेत्र बनने की संभावना है।"
मौसम केंद्र ने बुधवार को नुआपाड़ा, नबरंगपुर, बारगढ़, झारसुगुडा, सुंदरगढ़ और क्योंझर जिलों में भी भारी बारिश की आशंका जताई है।
मौसम विभाग ने कहा है कि ओडिशा तट से 40 से 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए, राज्य सरकार ने भारी बारिश से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए जिलों को अलर्ट पर रखा है, जिससे संचार बुनियादी ढांचे को नुकसान हो सकता है और कुछ क्षेत्रों में भूस्खलन हो सकता है।
विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) प्रदीप कुमार जेना ने जिलाधिकारियों को लिखे पत्र में जिला प्रशासन को सतर्क रहने और आवश्यक कदम उठाने के लिए कहा है।
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