देश की खबरें | दिल्ली में आंधी-तूफान के साथ भारी बारिश, पेड़ उखड़े, यातायात जाम लगा

नयी दिल्ली, 30 मई राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार शाम को 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार के साथ आंधी-तूफान आया, जिससे पेड़ उखड़ गए, संपत्ति को नुकसान पहुंचा और सड़कों पर जाम लग गया।

मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि यह दिल्ली में 2018 के बाद से ‘‘गंभीर’’ तीव्रता का पहला तूफान है। शहर में गत सोमवार को मध्यम तीव्रता का तूफान आया था।

आंधी-तूफान से तापमान में भारी गिरावट दर्ज की गयी। सफदरजंग वेधशाला ने शाम पांच बजकर 40 मिनट पर 25 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया जबकि दोपहर चार बजकर 20 मिनट पर 40 डिग्री से. तापमान था।

सफदरजंग, लोधी रोड और रिज में क्रमश: 17.8 मिलीमीटर, 20 मिमी. और 15 मिमी. बारिश दर्ज की गयी।

तूफान से सबसे अधिक नुकसान शहर के पूर्वी और मध्य हिस्सों में हुआ और कई पेड़ उखड़कर सड़कों पर गिर गए।

शहर में कई स्थानों से लोगों ने तेज हवाओं के कारण बिजली और इंटरनेट गुल होने की खबरें साझा की।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने इसके पीछे पश्चिमी विक्षोभ के कारण उत्तर-पश्चिमी राजस्थान और पाकिस्तान पर बने चक्रवाती परिसंचरण को वजह बताया। बंगाल की खाड़ी से नमी वाली पूर्वी हवाओं से चक्रवाती परिसंचरण को बढ़ावा मिल रहा है।

इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर 100 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली। पालम मौसम स्टेशन में हवा की रफ्तार अधिकतम 70 किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गयी।

आईएमडी के वरिष्ठ वैज्ञानिक आर. के. जेनामणि ने कहा कि दिल्ली में गरज के साथ छीटें सामान्य है। शहर में मार्च से मई के बीच ऐसा मौसम औसतन 12 से 14 दिनों तक देखा जाता है।

स्काईमेट वेदर (जलवायु परिवर्तन और मौसम विज्ञान) के उपाध्यक्ष महेश पालावत ने कहा कि उत्तरपश्चिमी राजस्थान से असम की ओर बढ़ रहा कम दबाव का क्षेत्र कुछ दिनों तक बना रहेगा। दिल्ली के कुछ हिस्सों में अगले कुछ दिनों तक रुक-रुककर बारिश होने की संभावना है।

उन्होंने कहा कि इस बीच दिल्ली में एक सप्ताह तक लू चलने के आसार नहीं हैं।

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