पोर्ट ब्लेयर, 21 मार्च उत्तरी अंडमान सागर पर बने दबाव के क्षेत्र के कारण अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में सोमवार को तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई। दबाव का यह क्षेत्र शाम तक चक्रवात में बदल सकता है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, उत्तरी अंडमान सागर पर दबाव का क्षेत्र गहरे दबाव के क्षेत्र में बदल गया और यह 12 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर बढ़ रहा है।
आईएमडी ने बताया कि दबाव का क्षेत्र अंडमान द्वीप पर पोर्ट ब्लेयर से करीब 110 किलोमीटर पूर्व-दक्षिणपूर्व में है और उसके सोमवार शाम तक चक्रवात में बदलने की संभावना है।
आईएमडी ने एक बुलेटिन में कहा, ‘‘इसके अगले 48 घंटों के दौरान म्यांमा तट की ओर अंडमान द्वीप और उत्तर की ओर बढ़ने की संभावना है।’’
अधिकारियों ने बताया कि निचले और बाढ़ के लिहाज से संवेदनशील क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को निकाल लिया गया है और उन्हें उत्तर तथा मध्य अंडमान और दक्षिण अंडमान जिलों में अस्थायी राहत शिविरों में ठहराया गया है।
उन्होंने बताया कि खराब मौसम के कारण अंतरद्वीपीय नौका सेवाओं को रोक दिया गया है और सभी शैक्षणिक संस्थान बंद हैं। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के करीब 150 कर्मियों को तैनात किया गया है और द्वीप के विभिन्न हिस्सों में छह राहत शिविर खोले गए हैं। लॉन्ग आइलैंड पर सुबह साढ़े आठ बजे तक 131 मिलीमीटर बारिश हुई जबकि पोर्ट ब्लेयर में 26.1 मिमी. बारिश हुई।
केंद्र शासित प्रदेश के सभी तीनों जिलों में नियंत्रण कक्षों को भी खोला गया है। मौसम कार्यालय ने अगले दो दिनों तक सभी पर्यटन और मत्स्य पालन गतिविधियों को निलंबित करने की सलाह दी है।
मछुआरों को सोमवार को दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी और सोमवार तथा मंगलवार को अंडमान सागर में न उतरने की सलाह दी गयी है।
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