छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में करंट लगने से हथिनी की मौत हो गई. महासमुंद वन मंडल के वन मंडल अधिकारी मयंक पांडेय ने शनिवार को बताया कि जिले के पिथौरा वन परिक्षेत्र के अंतर्गत किसनपुर गांव के करीब शुक्रवार रात करंट लगने से हथिनी की मौत हो गई. पांडेय ने बताया कि किसनपुर गांव के करीब हाथिनी की मृत्यु की सूचना के बाद वन विभाग के दल को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया था. शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है.
उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में पूर्व में हाथियों की गतिविधि की जानकारी नहीं है. विभाग को जानकारी मिली है कि पड़ोसी राज्य ओडिशा से चार हाथियों का दल बृहस्पतिवार को छत्तीसगढ़ पहुंचा था और यह दल शुक्रवार रात किसनपुर गांव के करीब था। जहां यह हादसा हुआ है.
अधिकारी ने बताया कि हथिनी की मौत की जांच के दौरान जानकारी मिली है कि ग्रामीणों ने जंगली सुअर का शिकार करने के लिए तार बिछाकर उसमें करंट प्रवाहित कर दिया था. हथिनी जब इसके संपर्क में आई तब करंट लगने से उसकी मृत्यु हो गई.
उन्होंने बताया कि विभाग को आरोपियों के बारे में जानकारी मिली है। जल्द उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा. छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों में पिछले चार माह के दौरान करंट लगने समेत अन्य कारणों से 10 हाथियों की मृत्यु हुई है. इस महीने की 23 तारीख को रायगढ जिले में करंट के चपेट आकर एक जंगली हाथी की मौत हो गई थी।
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