गोरखपुर (उप्र), चार दिसंबर केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण तथा खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने शनिवार को कहा कि देश में पढ़ाया जाने वाला इतिहास सच्चाई से कोसों दूर है और सही इतिहास और साहित्य पढ़ाना सरकार की जिम्मेदारी है।
शनिवार को महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद (एमपीएसपी) के स्थापना सप्ताह समारोह के उद्घाटन समारोह को बतौर मुख्य अतिथि संबोधित करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा, ‘‘हमने जो इतिहास पढ़ा, वह सच्चाई से बहुत दूर था। सही इतिहास और साहित्य पढ़ाना सरकार की जिम्मेदारी है।’’
उन्होंने आरोप लगाया, ‘‘पिछली सरकारों के दौरान, आक्रमणकारियों को महिमामंडित किया गया और शहीद भगत सिंह जैसे स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों को इतिहास की किताबों में चरमपंथी के रूप में वर्णित किया गया था।’’
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में आयोजित कार्यक्रम के दौरान ठाकुर ने अपने संबोधन में सवाल उठाया, ‘‘क्या हम विश्वास कर सकते हैं कि शहीद भगत सिंह एक आतंकवादी थे।’’
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यों की जमकर तारीफ की। उन्होंने एक शूटिंग रेंज और इनडोर स्टेडियम बनाने की घोषणा की और एमपीएसपी अध्यक्ष प्रो. यू. पी. सिंह को इस संबंध में मंत्रालय को एक प्रस्ताव भेजने के लिए कहा।
शिक्षा के क्षेत्र में महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की क्रांतिकारी भूमिका की सराहना करते हुए ठाकुर ने कहा, ''ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ ने नौ दशक पहले परिषद की शुरुआत की थी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उस विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं और जिस लक्ष्य के लिए इसे स्थापित किया गया था, उसे हासिल करने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।’’
उन्होंने कहा, “शिक्षा किसी भी समाज और देश के विकास का आधार है। नयी शिक्षा नीति लागू करने वाला उत्तर प्रदेश पहला राज्य है।'' केंद्रीय मंत्री ने खेल और सामाजिक कार्यों के महत्व को बताते हुए कहा कि योगी भारत के एकमात्र ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्होंने एक भव्य कार्यक्रम में टोक्यो ओलंपिक के सभी खिलाड़ियों को सम्मानित किया। ठाकुर ने कहा कि वह राज्य के हर जिले और ग्रामीण क्षेत्रों में खेल स्टेडियम और खेल के मैदान दे रहे हैं और युवाओं में खेल को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने सबसे अधिक आबादी वाले राज्य में कोरोना वायरस की लहर से सफलतापूर्वक निपटने के लिए भी मुख्यमंत्री की प्रशंसा की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में कहा कि अनुशासन स्वस्थ प्रतिस्पर्धा की आत्मा है और ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ द्वारा प्रकाशित महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की अखंड ज्योति समाज में प्रकाश फैलाती रहेगी।
उन्होंने कहा, “यह आयोजन अनुशासन का त्योहार है और पूर्वी उत्तर प्रदेश में ब्रह्मलीन महंत दिग्विजयनाथ द्वारा प्रज्ज्वलित सेवा की अखंड ज्योति प्रकाश फैलाती रहेगी। योगी ने कहा कि गोरक्ष पीठ समाज में सामाजिक समरसता, स्वास्थ्य और शिक्षा लाने के दायित्व का निर्वाह करता रहेगा।’’
मुख्यमंत्री ने कहा, “महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय की स्थापना महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद की निरंतर यात्रा में अगला पड़ाव है और हम आने वाली पीढ़ियों को अनुशासन और शील की शिक्षा देते रहेंगे।’’ उन्होंने कहा कि महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के संस्थानों से निकलने वाली भावी पीढ़ी हिंदुत्व, विकास और सबका साथ, सबका विकास के मंत्र के साथ भारत को 'विश्व गुरु' बनाने के लिए काम करती रहेगी।''
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नाथ संप्रदाय की सुप्रसिद्ध गोरक्षपीठ के पीठाधीश्वर भी हैं।
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