जयपुर, चार दिसंबर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य में कोरोना वायरस के संक्रमण की 'चेन' तोड़ने के लिए जरूरी है कि स्वास्थ्य संबंधी दिशा-निर्देशों का उल्लंघन कर दूसरे लोगों के स्वास्थ्य को खतरे में डालने वालों पर सख्ती बरती जाए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अधिक संक्रमित इलाकों में दिन का कर्फ्यू फिर से लगाने पर विचार किया जा सकता है।
गहलोत शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जयपुर और जोधपुर में कोरोना संक्रमण की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मास्क नहीं पहनने, सामाजिक दूरी और भीड़ से बचने के नियमों का पालन सुनिश्चित करने के लिए यदि जरूरी हुआ तो अधिक संक्रमण वाले क्षेत्रों में दिन के कर्फ्यू जैसे कदमों पर भी विचार किया जा सकता है ताकि आम जन के स्वास्थ्य की रक्षा की जा सके।
उन्होंने स्वास्थ्य नियमों की अनदेखी पर समारोह स्थलों तथा प्रतिष्ठानों को सील करने जैसी कड़ी कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए।
गहलोत ने कहा ‘‘जयपुर और जोधपुर राज्य के सबसे बड़े शहर हैं जहां विवाह-समारोहों, बाजारों सहित अन्य सार्वजनिक स्थानों पर लोगों की उपस्थिति के नियमों की पालना नहीं होना, घरों में पृथकवास, निषिद्ध क्षेत्र और स्वास्थ्य संबंधी नियमों का उल्लंघन होना चिंताजनक है। हमें इसे चुनौती के रूप में लेकर हर हाल में रोकना होगा तथा इस काम में कोई कोताही नहीं होनी चाहिए। जिला प्रशासन, पुलिस, स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम संयुक्त रूप से टीमें बनाकर कार्रवाई करें।’’
मुख्यमंत्री ने कहा कि खांसी-जुकाम-बुखार के संदिग्ध लक्षणों वाले लोगों की अनिवार्य रूप से घर-घर जाकर जांच की जाए। गहलोत ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को कोरोना जांचों की संख्या बढ़ाने के भी निर्देश दिए।
चिकित्सा और स्वास्थ्य सचिव सिद्धार्थ महाजन ने बताया कि अब राज्य में प्रतिदिन 38 से 40 हजार तक आरटीपीसीआर जांचें की जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि जांच बढ़ने के बावजूद संक्रमितों की संख्या में पिछले दो-तीन दिन में गिरावट आई है जो उत्साहजनक है।
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