नयी दिल्ली, 26 अप्रैल दिल्ली में सर गंगाराम अस्पताल पिछले तीन दिनों से अपने ऑक्सीजन सिलेंडर फिर से भरे जाने का इंतजार कर रहा है जिनका इस्तेमाल गंभीर रूप से बीमार कोविड-19 के मरीजों को लाने-ले जाने में किया जाता है। अस्पताल अब भी ऑक्सीजन आपूर्ति की याचना कर रहा है। सूत्रों ने सोमवार को इस बारे में बताया।
उन्होंने बताया कि अस्पताल को हालांकि सुबह 11 बजकर 40 मिनट पर 10 टन तरलीकृत ऑक्सीजन मिली है। अस्पताल ने सुबह बताया कि उसके पास 4,000 घन मीटर ही ऑक्सीजन बची है जो आठ घंटे और चल सकती है।
एक अधिकारी ने बताया कि अस्पताल में 104 ऑक्सीजन सिलेंडर हैं जिनका इस्तेमाल गंभीर रूप से बीमार कोविड-19 के मरीजों को आपात स्थिति में लाने-ले जाने में किया जाता है और इस तरह की स्थिति में तेजी बनी हुई है।
उन्होंने कहा, ‘‘ये सभी सिलेंडर आपात स्थिति में भरने के लिए तीन दिन पहले विभिन्न जगहों पर भेजे गये थे। पिछले तीन दिन से हमारे कर्मी वहां जा रहे हैं लेकिन उन्हें ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं मिल रहा है।’’
अधिकारी ने बताया कि दिल्ली का यह प्रतिष्ठित अस्पताल ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए याचक बना हुआ है।
एक सूत्र ने बताया, ‘‘अस्पताल ने दो सिलेंडर का इंतजाम किया है जो जल्द ही खत्म होने वाले हैं।’’ उन्होंने बताया कि मरीजों को लाने-ले जाने में बहुत मुश्किल हो रही है और यह जोखिम भरा है।
सर गंगाराम अस्पताल को रोजाना कम से कम 11,000 घन मीटर तरलीकृत ऑक्सीजन की जरूरत होती है और हर दिन यहां 10,000 घन मीटर ऑक्सीजन की खपत होती है।
सूत्र ने बताया कि उद्योगपति नवीन जिंदल ने राउरकेला इस्पात संयंत्र से अस्पताल के लिए सुबह 11 बजकर 40 मिनट पर 10 टन ऑक्सीजन के साथ एक टैंकर भेजा था।
वाहन को सर गंगाराम अस्पताल पहुंचने में 48 घंटे से अधिक का समय लगेगा।
अस्पताल में शुक्रवार को गंभीर रूप से बीमार 25 मरीजों की ऑक्सीजन की कमी के कारण मौत हो गयी थी हालांकि प्रशासन ने इस बात से इनकार किया था।
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