श्रीहरिकोटा (आंध्र प्रदेश), 30 जून भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष एस सोमनाथ ने बृहस्पतिवार को कहा कि महत्वाकांक्षी गगनयान मिशन, देश की पहली मानवयुक्त अंतरिक्ष उड़ान, इस साल या अगले साल नहीं हो सकती क्योंकि एजेंसी सभी सुरक्षा प्रणालियों की मौजूदगी सुनिश्चित करना चाहती है।
यह उल्लेख करते हुए कि यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण मिशन है, इसरो प्रमुख ने कहा कि जब इंसानों को अंतरिक्ष में भेजा जाएगा तो सुरक्षा पर बहुत ध्यान देना होगा।
सोमनाथ ने यहां स्थित अंतरिक्ष प्रक्षेपण केंद्र से इसरो द्वारा तीन विदेशी उपग्रहों का सफल प्रक्षेपण किए जाने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "यह एक बहुत ही महत्वपूर्ण मिशन है। जब हम मनुष्यों को अंतरिक्ष में भेजते हैं तो हमें बेहद सावधान रहना पड़ता है।"
उन्होंने कहा कि सुरक्षा को लेकर परीक्षण किए जा रहे हैं तथा "हम इसका और अधिक बार परीक्षण कर रहे हैं, हम इसे बहुत सावधानी से करना चाहेंगे।"
इसरो प्रमुख ने जोर देकर कहा कि अगले साल के मध्य में विभिन्न प्रदर्शनों और एक मानवरहित मिशन को अंजाम दिया जाएगा तथा सुनिश्चित किया जाएगा कि सबकुछ ठीक है। उन्होंने कहा, "(गगनयान) इस साल या अगले साल नहीं हो सकता। यह हमारे लोगों की सुरक्षा के लिए है।"
सोमनाथ ने कहा, "अगर हम अंतरिक्ष यात्रियों को उड़ाना चाहते हैं, तो हमें पहले सुरक्षा प्रणाली को साबित करना होगा.. इसे कई परीक्षणों से गुजरना होगा। हम इस साल ऐसा करने की कोशिश कर रहे हैं। मैं किसी आपदा के साथ गगनयान कार्यक्रम को समाप्त नहीं करना चाहता हूं। हम इसे बहुत सावधानी से करना चाहेंगे।"
चंद्रयान -3 के बारे में, सोमनाथ ने कहा कि वर्तमान में बहुत सारे परीक्षण चल रहे हैं और "इस बार हमें चाँद पर जाने की कोई जल्दी नहीं है।"
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)