मुंबई, 30 जून महाराष्ट्र कांग्रेस के अध्यक्ष बालासाहेब थोराट ने मंगलवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना(पीएमजीकेएवाई) का विस्तार बिहार चुनावों को ध्यान में रखकर किया गया है।
राज्य के राजस्व मंत्री थोराट ने प्रधानमंत्री के संदेश में लद्दाख में चीन के साथ हुई हिंसक झड़प के बारे में कुछ ना कहे जाने पर भी सवाल उठाए।
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कांग्रेस नेता ने कहा, “ प्रधानमंत्री का भाषण निराशाजनक था...उन्होंने गरीबों के हित के लिए कुछ नहीं किया और ना ही चीन को लेकर कोई बयान दिया।”
थोराट ने कहा,‘‘कोरोना वायरस महामारी फैलने के बाद गरीबों को पांच किलोग्राम खाद्यान्न उपलब्ध कराने के लिए मुफ्त खाद्यान्न योजना शुरू की गई थी। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मांग की थी कि इस योजना को सितंबर तक बढ़ा दिया जाए। मौजूदा योजना में विस्तार के लिए प्रशासनिक निर्णय के अलावा और राष्ट्रीय संदेश में इसकी घोषणा करने की कोई जरूरत नहीं थी ।”
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उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन उन्होंने नवंबर में होने वाले बिहार चुनावों को ध्यान में रखते हुए योजना के विस्तार की घोषणा की। गरीबों को भोजन के अलावा भी अन्य जरूरतें हैं। पांच किलो चावल, गेहूं और चना दाल एक मामूली मदद है। यह एक महीने तक भी नहीं चलेगा।’’
थोराट ने मांग की कि हर महीने गरीबों के बैंक खातों में 7,500 रुपये नकद जमा किए जाएं।
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