चेन्नई, 27 जुलाई : भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता एवं नीलगिरि के पूर्व सांसद एम. मास्टर मथन का शुक्रवार रात निधन हो गया. वह 91 वर्ष के थे. भाजपा ने समाज की बेहतरी और हाशिए पर पड़े लोगों के उत्थान के लिए मथन के योगदान की सराहना की. मथन के परिजनों ने बताया कि नीलगिरि जिले के मूल निवासी एवं बडगा समुदाय के जानेमाने नेता मथन का शुक्रवार रात आयु संबंधी बीमारियों के कारण निधन हो गया. मथन के परिवार में उनकी पत्नी, दो बेटे और एक बेटी है.
मथन का निधन कोयम्बटूर स्थित उनके आवास पर 26 जुलाई रात को हुआ. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भाजपा नेता मथन के निधन पर दुख जताया. उन्होंने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मथन को समाज की सेवा करने और वंचितों के लिए काम करने के उनके प्रयासों के लिए याद किया जाएगा. उन्होंने तमिलनाडु में हमारी पार्टी को मजबूत करने में भी सराहनीय भूमिका निभायी. उनके परिवार और समर्थकों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं. ओम शांति." भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे. पी. नड्डा ने भी मथन के निधन पर दुख जताते हुए कहा, ''भाजपा के पूर्व सांसद थिरु मास्टर मथन जी के निधन के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ. यह भी पढ़ें : CM ममता बनर्जी के आरोप पर बोली सरकार, ‘बंगाल सीएम का माइक नहीं किया गया था बंद’
उन्होंने अपना जीवन समाज की बेहतरी और वंचितों के उत्थान के लिए समर्पित कर दिया. तमिलनाडु में पार्टी की जड़ों और विचारधारा को मजबूत करने में उनके योगदान को हमेशा याद किया जाएगा. उनका निधन पार्टी के लिए एक अपूरणीय क्षति है. मैं उनके परिवार और समर्थकों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. ओम शांति." मास्टर मथन के परिवार और मित्रों के प्रति संवेदनाएं जताते हुए भाजपा की तमिलनाडु ईकाई के अध्यक्ष के अन्नामलाई ने कहा कि मथन का निधन पार्टी के लिए बहुत बड़ी क्षति है. उन्होंने कहा कि मथन ने कड़ी मेहनत की और वह युवाओं के लिए एक आदर्श थे.