(तस्वीरों के साथ)
नयी दिल्ली, 20 जुलाई पश्चिमी भारत के कई हिस्सों में शनिवार को भारी बारिश हुई जिससे मुंबई और नागपुर में सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ। हिमाचल प्रदेश में बादल फटने की घटना में एक व्यक्ति की मौत हो गई।
मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि मुंबई में रुक-रुक कर बारिश हुई और शहर के कई हिस्सों में जलभराव हुआ, हालांकि लोकल ट्रेन का संचालन सामान्य रहा। अधिकारी ने बताया कि रात 11:18 बजे 3.66 मीटर की ऊंचाई तक का ज्वार आने की संभावना है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि शनिवार सुबह आठ बजे समाप्त 24 घंटे की अवधि में शहर में 91 मिलीमीटर बारिश हुई, जबकि इसके पूर्वी और पश्चिमी उपनगरों में क्रमशः 87 मिमी और 93 मिमी बारिश दर्ज की गई।
मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 24 घंटों में विदर्भ (महाराष्ट्र), द्वारका (गुजरात), बीजापुर (छत्तीसगढ़), मलकानगिरी (ओडिशा), हमीरपुर (उत्तर प्रदेश) और शिवमोग्गा (कर्नाटक) में सबसे अधिक बारिश हुई।
आईएमडी ने शनिवार को गुजरात और कोंकण क्षेत्र समेत कई राज्यों में रेड अलर्ट जारी किया, जबकि तटीय कर्नाटक और तेलंगाना के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया।
नागपुर में सुबह तीन घंटे तक भारी बारिश हुई जिससे निचले इलाकों में पानी भरने से सामान्य जनजीवन प्रभावित हुआ। अधिकारियों को लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाना पड़ा और एहतियात के तौर पर स्कूल और कॉलेज में दिन भर के लिए अवकाश घोषित करना पड़ा।
अधिकारियों ने बताया कि शहर के हुडकेश्वर नगर इलाके में बाढ़ के कारण करीब 50 छात्र अपने कॉलेज में फंस गए थे, लेकिन बाद में उन्हें बचा लिया गया।
आईएमडी ने अगले दो दिनों में नागपुर और विदर्भ क्षेत्र के अन्य जिलों में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना के साथ भारी वर्षा की भविष्यवाणी की और लोगों को सलाह दी कि जब तक आवश्यक न हो वे अपने घरों से बाहर न निकलें।
आईएमडी ने तेलंगाना के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश या गरज के साथ बौछारें पड़ने का अनुमान जताया है और राज्य के 10 जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की चेतावनी दी है।
मौसम बुलेटिन में चेतावनी दी गई है कि शनिवार दोपहर 1 बजे से 21 जुलाई सुबह 8.30 बजे तक राज्य के कोमाराम भीम आसिफाबाद, मंचेरियल, जगितल, जयशंकर भूपालपल्ली, मुलुगु, भद्राद्री कोठागुडेम, खम्मम, महबुबाबाद, वारंगल और हनमकोंडा जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।
इसने कहा कि आदिलाबाद, निर्मल, निजामाबाद, राजन्ना सिरसिला, करीमनगर और पेड्डापल्ली जिलों में अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है।
अधिकारियों ने बताया कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना दबाव का क्षेत्र चिल्का झील के पास तट को पार कर गया जिससे ओडिशा में शनिवार को भारी बारिश हुई। मलकानगिरी जिले में भारी बारिश के कारण कम से कम 23 परिवारों को संवेदनशील इलाकों से सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
आईएमडी ने अगले पांच दिनों में और अधिक बारिश होने का अनुमान जताया है।
भुवनेश्वर में मौसम विभाग ने कहा कि मलकानगिरी जिले के चित्रकोंडा में सबसे अधिक 220.5 मिलीमीटर बारिश हुई। इसके बाद उसी जिले के कोरकुंडा में 217 मिमी बारिश हुई। मलकानगिरी जिले के कई हिस्से जलमग्न हो गए हैं।
मौसम विभाग ने निचले इलाकों में अस्थायी जलभराव, भारी बारिश के दौरान खराब दृश्यता और शहरी इलाकों में यातायात जाम की चेतावनी जारी किया है।
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के रैतुआ गांव में शुक्रवार देर रात बादल फटने की घटना में एक व्यक्ति बह गया। 27 जून को मानसून की शुरुआत के बाद से राज्य में बारिश से जुड़ी घटनाओं में 40 लोगों की मौत हो चुकी है।
राज्य के मौसम विभाग ने शनिवार को अगले 24 घंटों में सिरमौर और शिमला जिलों के कुछ क्षेत्रों में मध्यम बाढ़ के खतरे की चेतावनी जारी की और 23 जुलाई को राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी बारिश, गरज के साथ तूफान और बिजली गिरने की चेतावनी जारी की है।
मौसम विभाग ने रविवार और सोमवार के लिए उत्तराखंड में रेड अलर्ट जारी किया है और कहा है कि इस दौरान राज्य के कई हिस्सों में अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है।
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