इंधोवेन (नीदरलैंड), आठ जून तीसरे क्वार्टर में किये गए दो गोलों के दम पर भारतीय पुरूष हॉकी टीम ने एकतरफा मुकाबले में रियो ओलंपिक चैम्पियन अर्जेंटीना को 3 . 0 से हराकर एफआईएच प्रो लीग में जीत की राह पर वापसी की. पिछले मैच में एक गोल की बढत बनाने के बाद भारत को नीदरलैंड के हाथों 1 . 4 से पराजय झेलनी पड़ी थी लेकिन इस मैच में भारत ने शानदार वापसी की. कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने 33वें मिनट में पेनल्टी कार्नर पर गोल किया. इसके छह मिनट बाद अमित रोहिदास ने एक और पेनल्टी कॉर्नर को गोल में बदला. अभिषेक ने 59वें मिनट में तीसरा गोल दागा जो फील्ड गोल था. यह भी पढ़ें: भारतीय जूनियर महिला हॉकी टीम ने चीनी ताइपै को 11- 0 से हराकर एशिया कप के सेमीफाइनल में किया प्रवेश
इस जीत के बाद भारत 14 मैचों में 27 अंक लेकर शीर्ष पर पहुंच गया है जबकि ब्रिटेन के 12 मैचों में 26 अंक हैं. भारत को अब अगले मैच में शनिवार को फिर नीदरलैंड से खेलना है. इससे पहले बुधवार को भारतीय समयानुसार देर रात हुए मैच में भारत शुरुआती बढ़त का फायदा उठाने में नाकाम रहा और उसे मेजबान नीदरलैंड से 1-4 से हार का सामना करना पड़ा.
भारत की तरफ से एकमात्र गोल कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने 11वें मिनट में किया. भारत को मैच में पांच पेनल्टी कॉर्नर और एक पेनल्टी स्ट्रोक मिला. बुधवार की रात को खेले गए इस मैच में नीदरलैंड की तरफ से पेपिजन रेयेंगा (17वें), बोरिस बुर्कहार्ट (40वें) और डुको टेलजेनकैंप (41वें और 58वें) ने गोल किए.
ब्रिटेन में लगातार दो मैच जीत कर यहां पहुंची भारतीय टीम ने पहले क्वार्टर में ही बढ़त हासिल कर ली थी। भारत को 11वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला. जब भारतीय टीम ने पेनल्टी कॉर्नर लिया तो नीदरलैंड के रक्षकों ने जानबूझकर फॉउल किया जिससे भारत को पेनल्टी स्ट्रोक मिल गया. हरमनप्रीत ने इसे गोल में बदलने में कोई गलती नहीं की.
घरेलू दर्शकों के अपार समर्थन के बीच नीदरलैंड की टीम ने पेपिजन रेयेंगा के गोल से बराबरी करके शानदार वापसी की. इससे भारतीय टीम बैकफुट पर पहुंच गई जबकि नीदरलैंड ने अधिकतर समय गेंद को अपने नियंत्रण में रखा.
नीदरलैंड को दूसरा क्वार्टर समाप्त होने से कुछ सेकंड पहले पेनल्टी कॉर्नर मिला लेकिन अमित रोहिदास के शानदार प्रयास भारत ने इसे बचा दिया. नीदरलैंड ने इसके बाद ही अपना दबदबा बनाए रखा और आक्रामक खेल दिखाया. उसे तीसरे क्वार्टर के शुरू में ही गोल करने का मौका मिला था लेकिन भारतीय गोलकीपर कृष्ण पाठक ने शानदार बचाव किया.
भारत ने 35वें मिनट में दाएं छोर से हमला किया लेकिन गुरजंत सिंह गोल करने में नाकाम रहे.
नीदरलैंड को 40वें मिनट में पेनल्टी कॉर्नर मिला जिसे बुर्कहार्ट ने गोल में बदलने में कोई गलती नहीं की. इसके कुछ सेकंड बाद टेलजेनकैंप ने मैदानी गोल करके स्कोर 3-1 कर दिया. इसके कुछ देर बाद मनदीप सिंह को ग्रीन कार्ड मिला जिससे भारत को 10 खिलाड़ियों के साथ खेलना पड़ा.
भारतीय टीम वापसी करने के लिए बेताब दिखी. उसने चौथे क्वार्टर में दो पेनल्टी कॉर्नर भी हासिल किए लेकिन वह उनका फायदा नहीं उठा पाई. नीदरलैंड को भी अंतिम क्षणों में पेनल्टी कॉर्नर मिला जिसे टेलजेनकैंप ने गोल में बदलकर अपनी टीम की बड़ी जीत सुनिश्चित की.
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