मिली जानकारी के अनुसार थाना निधौली कला क्षेत्र के ग्राम धुल्ला निवासी किसान सुरेश (45) ने बैंक से लगभग 4 लाख रुपये का कर्ज कुछ वर्षों पहले लिया था किंतु लगातार फसलों के नष्ट हो जाने के कारण वह बैंक का कर्ज अदा नहीं कर सका था।
मरने वाले किसान के भाई जगदीश ने आरोप लगाया, ''मेरे भाई सुरेश पर स्टेट बैंक पिलुआ का चार-पांच लाख रुपये का कर्ज था, लगातार फसलें अच्छी न हो पाने के कारण वह कर्ज की किश्त बैंक में जमा नहीं कर पा रहा था। कर्ज जमा न कर पाने के कारण बीते दिन बैंक कर्मी मेरे भाई के घर पहुंचे और उसे धमकाया कि अगर उसने तीन दिन में बैंक का पैसा जमा नहीं किया तो उसके घर की कुर्की करा कर उसे वेघर कर दिया जायेगा ।’’'
जगदीश ने आरोप लगाया, ''बैंक कर्मियों की धमकी से मेरा भाई सदमे में आ गया और उसने नहर में कूद कर जान दे दी।''
उन्होंने कहा ''इसके बाद जब वह तीन दिन तक अपने घर वापस नहीं लौटा तो परिजनों को चिंता हुई और आस पास के गांव और रिश्तेदारी में उसको तलाश किया किंतु वह कहीं नहीं मिला। आज गांव अथररा के पास एक शव हजारा नहर किनारे मिलने की सूचना मिली तो वहां जाकर देखा । वह वह अज्ञात शव मेरे भाई सुरेश का था।''
यह भी पढ़े | RBI के गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा- अगले साल का बजट सावधानीभरा , आर्थिक वृद्धि बढ़ाने वाला रहने की उम्मीद.
निधौली कला के प्रभारी निरीक्षक राजीव कुमार ने बताया कि मरने वाले सुरेश कुमार पर बैंक का कर्ज था जिसको लेकर वह काफी दिनों से परेशान था। बैंक कर्मियों के कर्ज के रूपये जमा कराने को दबाव बनाने के बाद से, वह बीते तीन दिनों से घर से गायब था और आज उसका शव नहर किनारे पड़ा मिला है।
बार बार प्रयास के बावजूद बैंक से मामले में प्रतिक्रिया नहीं मिली है। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। घटना की रिपोर्ट दर्ज कर ली गयी है।
सं आनन्द रंजन
(यह सिंडिकेटेड न्यूज़ फीड से अनएडिटेड और ऑटो-जेनरेटेड स्टोरी है, ऐसी संभावना है कि लेटेस्टली स्टाफ द्वारा इसमें कोई बदलाव या एडिट नहीं किया गया है)