पणजी, पांच जनवरी पुराने गोवा में सेंट फ्रांसिस जेवियर के अवशेषों की 45 दिवसीय प्रदर्शनी रविवार को समाप्त हो गई। अधिकारियों का अनुमान है कि इस कार्यक्रम में 80 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने भाग लिया।
राज्य सरकार की तरफ से प्रदर्शनी के प्रभारी गोवा के पर्यावरण मंत्री एलेक्सो सेक्वेरा ने कहा कि अवशेषों के सार्वजनिक प्रदर्शन के लिए विभिन्न धर्मों के लोग राज्य में आए थे, जिससे भारत की धर्मनिरपेक्ष साख मजबूत हुई।
अवशेषों की प्रदर्शनी 21 नवंबर को शुरू हुई, जब उन्हें ‘बेसिलिका ऑफ बॉम जीसस’ से कुछ मीटर दूर स्थित कैथेड्रल ले जाया गया।
गोवा और दमन के आर्कबिशप फिलिप नेरी कार्डिनल फेराओ ने रविवार को समापन समारोह की अध्यक्षता की। इसके बाद अवशेषों को इलेक्ट्रिक गाड़ी से वापस ‘बेसिलिका ऑफ बॉम जीसस’ ले जाया गया।
गोवा चर्च ने एक बयान में कहा कि इस कार्यक्रम में लाखों लोग शामिल हुए, जो राज्य के संरक्षक संत माने जाने वाले सेंट जेवियर के पवित्र अवशेषों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करने आए थे।
बयान में कहा गया है, ‘‘वेटिकन प्रतिनिधियों, विभिन्न देशों के अधिकारियों, कार्डिनल, आर्कबिशप और बिशप सहित सभी क्षेत्रों, विभिन्न धार्मिक पृष्ठभूमि के लोगों ने इसमें भाग लिया।’’
चर्च के अधिकारियों ने बताया कि इस दौरान ‘‘बधिर, दृष्टिहीन और गोवा के प्रवासियों’’ के लिए विशेष प्रार्थना सभाएं भी आयोजित की गईं। मंत्री सेक्वेरा ने बताया कि दस साल में एक बार होने वाले इस आयोजन में 80 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने हिस्सा लिया।
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