नयी दिल्ली, 30 मार्च : वैश्विक स्तर पर सार्स-कोव-2 के स्वरूपों के कोविड रोधी दवा पैक्सलोविड के प्रभाव से बच निकलने संबंधी एक नए अध्ययन से यह संकेत मिलता है कि यह औषधि जल्द ही कोरोना वायरस संक्रमण के इलाज में कम प्रभावी हो सकती है. अध्ययन से पता चला है कि सार्व-कोव-2 के मुख्य प्रोटीज में मौजूद सरल एकल अमीनो अम्ल परिवर्तन विषाणु रोधी दवाओं के प्रभाव को गंभीर रूप से कम कर सकते हैं.
अमेरिका के मिडवेस्ट एंटीवायरल ड्रग डिस्कवरी (एवीआईडीडी) सेंटर द्वारा किए गए इस अध्ययन का परिणाम ‘साइंस एडवांसेज’ पत्रिका में प्रकाशित हुआ है. वैज्ञानिकों ने कहा कि दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में कई बार कोरोना वायरस के ऐसे स्वरूप दिखाई दिए हैं, जो दवा के असर को कम कर सकते हैं. यह भी पढ़ें : Delhi COVID-19: दिल्ली सरकार कोविड-19 की स्थिति पर करीब से नजर रख रही है, केजरीवाल शुक्रवार को समीक्षा बैठक करेंगे
उन्होंने कहा कि एचआईवी और हेपेटाइटिस-सी वायरस के लिए मौजूदा उपचार जैसा एक बहु-औषधि दृष्टिकोण कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्तियों को ठीक करने में मदद कर सकता है.