नयी दिल्ली, सात जून प्रधानमंत्री के रूप में लगातार तीसरी बार देश की बागडोर संभालने जा रहे नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि उनके जीवन का हर पल संविधान के महान मूल्यों के प्रति समर्पित है और यह संविधान ही है जिसने एक गरीब व पिछड़े परिवार में पैदा हुए उनके जैसे व्यक्ति को भी राष्ट्रसेवा का अवसर दिया।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का नेता चुने जाने के बाद मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘मेरे जीवन का हर पल डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर द्वारा दिए गए भारत के संविधान के महान मूल्यों के प्रति समर्पित है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह हमारा संविधान ही है, जिससे एक गरीब और पिछड़े परिवार में पैदा हुए मुझ जैसे व्यक्ति को भी राष्ट्रसेवा का अवसर मिला है। ये हमारा संविधान ही है, जिसकी वजह से आज करोड़ों देशवासियों को उम्मीद, सामर्थ्य और गरिमापूर्ण जीवन मिल रहा है।’’
संविधान के संबंध में प्रधानमंत्री की ओर से किया गया यह पोस्ट इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस’ ने लोकसभा चुनाव में आरोप लगाया था कि यदि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) फिर से सत्ता में आती है और मोदी प्रधानमंत्री बनते हैं तो वह संविधान को बदल देंगे।
लोकसभा चुनाव में भाजपा ने ‘अबकी बार चार सौ पार’ का नारा दिया था। विपक्षी गठबंधन ने कहा था कि भाजपा संविधान को बदलना चाहती है इसलिए उसके नेता चुनाव में 400 सीट जीतने का दावा कर रहे हैं।
इस पोस्ट के साथ ही प्रधानमंत्री ने पुराने संसद भवन स्थित संविधान कक्ष में संविधान की एक प्रति को माथे से लगाते हुए अपनी एक तस्वीर भी साझा की।
दरअसल, संविधान कक्ष में शुक्रवार को राजग की बैठक में पहुंचने के बाद मोदी सबसे पहले वहां रखी संविधान की प्रति के पास गए और शीश झुकाकर उसे नमन किया। इसके बाद उन्होंने उस प्रति को उठाकर माथे से लगाया।
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