नयी दिल्ली, 5 नवंबर: लोकसभा की आचार समिति तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा के विरुद्ध भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद निशिकांत दुबे द्वारा ‘पैसे लेकर प्रश्न पूछने’ के आरोपों से जुड़ी जांच की मसौदा रिपोर्ट पर विचार करने और उसे स्वीकार करने के लिए सात नवंबर को बैठक करेगी. समिति द्वारा मसौदा रिपोर्ट को स्वीकार करने के लिए बैठक आयोजित करने का अभिप्राय है कि भाजपा सांसद विनोद कुमार सोनकर की अध्यक्षता वाली समिति ने अपनी जांच पूरी कर ली है और अब वह अपनी सिफारिश करेगी. इसके पहले समिति के सदस्य दो नवंबर को पिछली बैठक के दौरान अपनी-अपनी पार्टी के रुख के अनुरूप बंटे दिखे थे.
आचार समिति में 15 सदस्य हैं जिनमें बहुमत भाजपा का है. समिति मोइत्रा के आचरण पर गंभीर रुख अपना सकती है, खासकर तब जब उन्होंने पिछली बैठक में सोनकर पर उनसे तुच्छ और व्यक्तिगत सवाल पूछने का आरोप लगाया था. सोनकर ने मोइत्रा के आरोपों से इनकार किया है. समिति में शामिल विपक्षी दलों के सदस्यों ने मोइत्रा के रुख का समर्थन किया और दो नंवबर की बैठक में हंगामे के बाद बाहर निकले.
दुबे ने आरोप लगाया है कि मोइत्रा रिश्वत के बदले कारोबारी दर्शन हीरानंदानी की ओर से अडाणी समूह पर निशाना साधने के लिए लोकसभा में सवाल पूछती थीं. उन्होंने दावा किया कि हीरानंदानी अलग-अलग स्थानों से एवं अधिकतर दुबई से सवाल पूछने के लिए मोइत्रा की ‘लॉगइन आईडी’ का इस्तेमाल करते थे. मोइत्रा ने स्वीकार किया है कि हीरानंदानी ने उनके ‘लॉगइन आईडी’ का इस्तेमाल किया, लेकिन उन्होंने इसके बदले में आर्थिक लाभ लेने से इनकार किया. उन्होंने यह भी दावा किया कि अधिकतर सांसद दूसरे से अपने ‘लॉगइन आईडी और पासवर्ड’ साझा करते हैं.
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