उनका निधन इंग्लैंड के पूर्वोत्तर में नॉर्थम्बरलैंड स्थित उनके पैतृक घर में हुआ।
परिवार की तरफ से जारी बयान में कहा गया, ‘‘वह कई लोगों के लिए दोस्त होने के साथ-साथ प्यार करने वाले पति, पिता, दादा और परदादा थे। हम व्यक्त नहीं कर सकते कि उनके असाधारण जीवन के लिए कितने गर्वित हैं। वह एक ईमानदार, दयालु, मजाकिया और सच्चे इंसान थे।’’
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इंग्लैड टीम ने ट्वीट किया, ‘‘ हम काफी दुखी है।’’
उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि 1966 विश्व कप फाइनल में वेम्बली स्टेडियम में अतिरिक्त समय के बाद जर्मनी को 4-2 से मात देकर विश्व चैम्पियन बनना था। रक्षापंक्ति के खिलाड़ी चार्लटन ने 1966 में इंग्लैंड को विश्व कप विजेता बनने में अहम भूमिका निभाई थी। इस टीम में उनके भाई बॉबी चार्लटन भी थे।
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उन्होंने 1965 से 1970 तक इंग्लैंड के लिए 35 मैच खेले और 1967 में वह इंग्लैंड के साल के सर्वश्रेष्ठ फुटबॉलर चुने गये थे।
उनका घरेलू करियर लीड्स के साथ 1952-73 तक चला था जिस दौरान उन्होंने रिकार्ड 773 मैच खेले। वह 1969 में लीग खिताब सहित हर घरेलू खिताब जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे थे।
वह 1986 में आयरलैंड के कोच बने और उनकी देखरेख में टीम 1990 विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में पहुंची।
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