तिरुपति (आंध्र प्रदेश), 2 अप्रैल : तिरुपति के समीप अपने भाई के कथित विवाहेतर संबंध से पैदा हुए विवाद को हल करने की कोशिश के लिए 35 वर्षीय सॉफ्टवेयर इंजीनियर को जिंदा जला दिया गया. चित्तूर जिले के वेदुरु कुप्पम मंडल में ब्राह्मणपल्ली गांव में नागराजू को कथित तौर पर रिपिनजया, चाणक्य प्रताप और गोपीनाथ रेड्डी ने उसकी ही कार में जिंदा जला दिया. एक पुलिस अधिकारी ने रविवार को बताया, ‘‘नागराजू के भाई पुरुषोत्तम पर रिपिनजया की पत्नी से विवाहेतर संबंध रखने का आरोप है जिसके कारण उनके बीच विवाद हुए. इन विवादों को सौहार्द्रपूर्ण तरीके से हल करने के लिए नागराजू, रेड्डी के जरिए मध्यस्था कर रहा था.’’
पुलिस के अनुसार, नागराजू के छोटे भाई पुरुषोत्तम की हाल में बेंगलुरु में नौकरी लगी. वह भी सॉफ्टवेयर इंजीनियर है. उन्होंने बताया कि शनिवार रात को जब पुरुषोत्तम बेंगलुरु में था तो रेड्डी ने बातचीत करने के लिए नागराजू को बुलाया. वह रिपिनजया, प्रताप और रेड्डी के साथ गया और कार से उतरा लेकिन बात बिगड़ गयी जिसके बाद तीनों लोगों ने नागराजू को उसकी कार में जिंदा जला दिया. चूंकि शव पूरी तरह जल गया है तो पुलिस अपराध स्थल पर ही पोस्टमार्टम कराने का बंदोबस्त कर रही है. नागराजू की चेन और चप्पलों की पहचान कर ली गयी है. यह भी पढ़ें : कोविंद की काजीरंगा यात्रा के लिए कोष के दुरुपयोग के आरोपों की ‘पड़ताल’ होगी- असम सरकार
तीनों आरोपी फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश कर रही है. पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है. पुलिस इस बात की भी तफ्तीश कर रही है कि क्या आरोपियों ने हत्या के लिए नागराजू की कार के पेट्रोल का इस्तेमाल किया या वे इसे अपने साथ लाए थे जिससे यह संकेत मिलेगा कि उन्होंने पहले ही हत्या की योजना बना ली थी. यह घटना तब सामने आयी जब वहां से गुजरने वाले लोगों ने एक जलती हुई कार देखी और इसका वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट कर दिया.