रांची, 13 जून : प्रवर्तन निदेशालय ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और कुछ अन्य के खिलाफ भूमि हड़पने से संबंधित धन शोधन मामले में एक कथित दलाल को गिरफ्तार किया है. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी. सूत्रों ने बताया कि 39 वर्षीय शेखर प्रसाद महतो उर्फ शेखर कुशवाहा को बुधवार को संघीय एजेंसी के जोनल कार्यालय में पूछताछ के बाद धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया. महतो पर आरोप है कि उसने इस मामले के मुख्य आरोपी और राजस्व विभाग के पूर्व उपनिरीक्षक भानु प्रताप प्रसाद के साथ मिलकर रांची में 22.61 करोड़ रुपये मूल्य की 4.83 एकड़ जमीन ‘अधिग्रहण’ करने के लिए ‘फर्जी’ डीड तैयार की और सरकारी रिकॉर्ड में ‘छेड़छाड़’ की.
एजेंसी ने आरोप लगाया कि वह व्यक्ति ‘जानबूझकर अपराध की आय’ (भूमि और धन के रूप में) से जुड़ी प्रक्रियाओं एवं गतिविधियों में शामिल था, जो अवैध तरीके से प्राप्त की गयी थी, जिसमें फर्जी दस्तावेज तैयार करना, जालसाजी करना और सरकारी अभिलेखों के साथ छेड़छाड़ करना आदि शामिल है. जांच एजेंसी ने दावा किया कि महतो ‘एक बड़ी साजिश में शामिल था, जिसमें अपराध की बड़ी रकम शामिल थी .’ ईडी ने बृहस्पतिवार को यहां एक विशेष पीएमएलए अदालत के समक्ष महतो को पेश किया और न्यायाधीश को सूचित किया कि आरोपी की हिरासत की आवश्यकता, उक्त गतिविधियों से प्राप्त अपराध की आय का पता लगाने के लिये तथा मौजूदा मामले में शामिल अपराध की आय का पता लगाने के लिए है. यह भी पढ़ें : दिल्ली में पिछले साल मच्छरों से होने वाले रोगों के मामलों में 90 प्रतिशत की वृद्धि हुई: रिपोर्ट
जांच एजेंसी ने कहा कि वह इन गतिविधियों के अन्य लाभार्थियों की ‘पहचान’ करने के लिए महतो की रिमांड चाहती है. इस जांच के तहत ईडी ने झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता हेमंत सोरेन, भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी एवं रांची के पूर्व उपायुक्त छवि रंजन, भानु प्रताप प्रसाद और अन्य समेत 25 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया है.