वर्ष 2012 में विद्रोह शुरू होने के बाद यह पहली बार है जब एक ही हमले में इतनी संख्या में तुआरेग नेता मारे गए।
प्रवक्ता मोहम्मद एल्माउलौद रमदान ने एक बयान में कहा, ‘‘एक दिसंबर को अल्जीरियाई सीमा के पास तिनजाउतिन में कई समन्वित ड्रोन हमलों में कुछ अजावाद नेता शहीद हो गए।’’
‘अजावाद’ शब्द का इस्तेमाल अलगाववादी नेता उत्तरी माली के लिए इस्तेमाल करते हैं।
अलगाववादियों के बयान में आठ तुआरेग नेताओं के नाम का जिक्र है, जिनमें सबसे प्रमुख तुआरेग सशस्त्र समूह गैटिया के महासचिव फहाद एग अल महमूद का नाम शामिल है।
रविवार शाम को माली के सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ ने विद्रोही नेताओं की मौत की पुष्टि की, जिन्हें उन्होंने आतंकवादी बताया।
माली के राष्ट्रीय टेलीविजन चैनल ‘ओआरटीएम’ पर प्रसारित एक सैन्य बयान में उन्होंने कहा, ‘‘एक विशेष अभियान में तुआरेग नेताओं को मार गिराया गया।’’
मूलरूप से बर्बर जातीय समूह तुआरेग के विद्रोहियों ने 2012 में माली के उत्तरी क्षेत्र ‘अजावाद’ की स्वतंत्रता के लिए माली सरकार के खिलाफ युद्ध छेड़ा था।
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