जयपुर, 25 नवंबर मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सोमवार को कहा कि विकसित राजस्थान के संकल्प को साकार करने में शिक्षा की अहम भूमिका है और सरकार राज्य को शिक्षा के क्षेत्र में 'आदर्श राज्य' बनाएगी।
वह यहां मुख्यमंत्री कार्यालय में स्कूल शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार के कार्यकाल में स्कूल शिक्षा विभाग में लगभग साढ़े 20 हजार पदों पर नियुक्तियां हुई हैं और 18 हजार कार्मिकों को पदोन्नति मिली है।
आधिकारिक बयान के अनुसार शर्मा ने कहा कि विकसित राजस्थान के संकल्प को साकार करने में शिक्षा की अहम भूमिका है, क्योंकि आज के बच्चे ही भविष्य के नागरिक हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सभी विद्यार्थियों को उच्च गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्ध है जिसके लिए नवीन तकनीकों का उपयोग करने के साथ ही, खाली पदों पर भर्ती तथा स्कूलों में कक्षा-कक्षों (क्लासरूम) का निर्माण कराने पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
शर्मा ने कहा,‘‘ हम नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति को अधिक प्रभावी ढंग से लागू करने तथा शिक्षा के क्षेत्र में राजस्थान को आदर्श राज्य बनाने हेतु विभिन्न स्तरों पर कार्य कर रहे हैं।’’
उन्होंने अधिकारियों को विभागीय बजट घोषणाओं को त्वरित गति से पूरा करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में शिक्षण कार्य सुचारू रूप से चले- इसके लिए सत्र के प्रारंभ में ही विद्यार्थियों को लगभग साढ़े तीन करोड़ पाठ्यपुस्तकों का निःशुल्क वितरण किया गया है तथा पहली से आठवीं कक्षाओं के सभी विद्यार्थियों एवं नौवीं से 12वी कक्षाओं तक की बालिकाओं को स्कूल बैग भी दिए जाएंगे।
शर्मा ने कहा कि आगामी माह में 1.25 लाख बालिकाओं को साइकिल दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के सभी विद्यालयों में शिक्षण की गुणवत्ता बेहतरीन करने हेतु सरकार खाली पदों पर भर्ती कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार में अब तक लगभग साढ़े 20 हजार पदों पर नियुक्तियां दी जा चुकी हैं तथा लगभग 18 हजार पदों पर पदोन्नति की गई है।
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