उत्तर प्रदेश में 'डबल इंजन' सरकार ने युवाओं के साथ धोखा किया: कांग्रेस
कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनसभा से पहले मंगलवार को आरोप लगाया कि देश की सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ''डबल इंजन'' सरकार ने युवाओं के साथ धोखा किया है.
नयी दिल्ली, 9 अप्रैल : कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के पीलीभीत में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की जनसभा से पहले मंगलवार को आरोप लगाया कि देश की सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की ''डबल इंजन'' सरकार ने युवाओं के साथ धोखा किया है. पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने यह सवाल भी किया कि नई नौकरियों के सृजन और पेपर लीक की समस्या को लेकर प्रधानमंत्री मोदी के पास क्या दृष्टिकोण है? प्रधानमंत्री मोदी आज पीलीभीत में जनसभा को संबोधित करेंगे.
रमेश ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर पोस्ट किया, "आज, प्रधानमंत्री उत्तर प्रदेश में हैं. यह एक ऐसा राज्य है जहां युवाओं को भाजपा की "डबल इंजन" सरकार ने धोखा ही धोखा दिया है. शायद आज प्रधानमंत्री अपने दिखावटी भाषणों के बीच राज्य के युवाओं की इन समस्याओं पर बात करें. " उन्होंने कहा "पिछले साल मुख्यमंत्री योगी ने वादा किया था कि वह अगले 3-4 वर्षों में राज्य में दो करोड़ नई नौकरियों के अवसर पैदा करेंगे. याद करें, यह वही वादा है जो प्रधानमंत्री ने 2014 में सत्ता में आने से पहले किया था. हम जानते हैं कि इसके बाद क्या हुआ - बेरोजगारी ने वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया." यह भी पढ़ें : असम के सीईओ ने आचार संहिता उल्लंघन के आरोप में कांग्रेस को नोटिस जारी किया
कांग्रेस नेता ने सवाल किया कि प्रधानमंत्री और उनके सहयोगियों ने दो करोड़ नौकरी देने के वादे के अनुसार पिछले दशक में क्या किया है? उन्होंने यह प्रश्न भी किया कि प्रधानमंत्री के सहयोगी अब वही वादे क्यों कर रहे हैं जिन्हें प्रधानमंत्री पूरा करने में विफल रहे हैं? उन्होंने जानना चाहा कि उत्तर प्रदेश और भारत के रिकॉर्ड बेरोज़गारी संकट को हल करने के लिए भाजपा के पास क्या दृष्टिकोण है? रमेश ने दावा किया कि मोदी सरकार के शासनकाल में, पिछले कुछ वर्षों में सरकारी पदों पर भर्ती के लिए हुई परीक्षाओं के कम से कम 43 पेपर लीक हुए हैं, जिससे कम से कम दो करोड़ उम्मीदवार प्रभावित हुए हैं.
उन्होंने कहा, "हाल ही में, उत्तर प्रदेश पुलिस परीक्षा के पेपर लीक होने के बाद परीक्षा रद्द होने से 60 लाख आवेदकों का भविष्य ख़तरे में पड़ गया. अपनी युवा न्याय गारंटी के तहत, कांग्रेस पेपर लीक को रोकने के लिए मजबूत कानून लाने को प्रतिबद्ध है." रमेश ने सवाल किया, " हमारे युवाओं को हुए नुक़सान की भरपाई करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी का दृष्टिकोण क्या है? भाजपा की "डबल इंजन" सरकार अपनी गलतियों को सुधारने और यह सुनिश्चित करने के लिए क्या कर रही है कि हमारे युवाओं को फिर कभी इस तरह के अन्याय का सामना न करना पड़े?"