नयी दिल्ली, नौ दिसंबर पंजाबी गायक दिलजीत दोसांझ ने ‘दिल-लुमिनाती इंडिया टूर 2024’ के तहत अपने संगीत कार्यक्रमों के टिकटों की कालाबाजारी के मुद्दे पर चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि कलाकारों को इस गोरखधंधे के लिए दोषी ठहराया जाता है, लेकिन यह उनकी गलती नहीं है।
गायक ने रविवार को इंदौर में अपनी प्रस्तुति के दौरान इस मुद्दे पर अपनी बात रखी, जो 26 अक्टूबर को भारत में हुए शुरू हुए उनके कार्यक्रम को प्रभावित कर रहा है।
दिलजीत ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक वीडियो साझा किया। इसमें उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है, ‘‘कुछ समय से यह बात मेरे खिलाफ की जा रही है कि दिलजीत के कंसर्ट के टिकट की कालाबाजारी की जा रही है। लेकिन यह मेरी गलती नहीं है कि टिकट इस तरह बेचे जा रहे हैं, हैं न? अगर आपको टिकट 10 रुपये में मिल रहा है और आप इसे 100 रुपये में बेचते हैं, तो कलाकार की क्या गलती है?’’
उन्होंने आगे कहा, ‘‘एक काम करें, मुझ पर आरोप लगाएं। मीडिया वालों, मुझे जितना दोष देना है, दो। मुझे बदनामी का कोई डर नहीं है। मुझे कोई परेशानी नहीं है।’’
दलजीत के कार्यक्रमों के आयोजकों के मुताबिक ‘दिल-लुमिनाती इंडिया टूर 2024’ की सितंबर के शुरुआत में 2.5 लाख टिकटों की बिक्री हुई है और यह भारत में अब तक का सबसे अधिक कमाई वाला कंसर्ट टूर बन गया है। हालांकि, ऐसे कई प्रशंसक थे जिन्हें संगीत समारोह का टिकट नहीं मिल पाया, जिसके बाद कालाबाजारी के माध्यम से ऊंची कीमतों पर टिकट की बिक्री बढ़ गई।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अक्टूबर में कहा था कि उसने ब्रिटिश रॉक बैंड कोल्डप्ले और दिलजीत के संगीत कार्यक्रमों की टिकटों की ‘कालाबाजारी’ के संबंध में धनशोधन की जांच के लिए छापेमारी की थी, जिसके बाद कथित अनियमितताओं का खुलासा हुआ था।
दिलजीत ने कहा कि कालाबाजारी पुरानी बात है। उन्होंने कहा, ‘‘यह कोई नई बात नहीं है। टिकटों की कालाबाजारी पहले से होती आ रही है। पहले सिनेमा था... बस कार्यक्रम बदल गए हैं।’’
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